आज के आर्टिकल में हिंदी साहित्य के अंतर्गत भक्तिकाल में तुलसीदास जी के महत्वपूर्ण तथ्य दिए गए है ,जो कि परीक्षा के लिए उपयोगी है |
तुलसीदास जी के महत्वपूर्ण तथ्य
तुलसीदास की पंक्तियाँ
- ठुमुक चलत रामचन्द्र बाजत पैजनिया
- जाके प्रिय न राम विदेही। तजिये ताहि
- मंगल भवन अमंगल हारी
- अरथ न धरम न कम रुचि, गति न चाहूँन निरबान
- अब लौ नसानी अब न नसैहों
- गिरा अनयन नयन बिनु बानी
- गोरख जगायो जोग भगति भगायो लगा
- ढोल गंवार सुद्र पसु नारी
- केशव कहि न जाय का कहिए
- पराधीन सपनेहुं सुख नाहीं
- अब जीवन की है कपि ना कोय
- परहित सरिस धर्म नहिं भाई
- पर उपदेश कुसल बहुतेरे
- भय बिनु होय न प्रीति
- कवित्त विवेक एक नहिं मोरे
- गिरा अरथ जल बीचि सम कहियत भिन्न न भिन्न
- साखी सबदी दोहरा कहि कहनी उपखान
- खेती न किसान को भिखारी को न भीख
- मांग के खैबो मसीत के सोइबो
तुलसीदास जी के बारे में महत्वपूर्ण कथन
*तुलसीदास के बारे में विद्वानों के मत*
- तुलसी को लोकनायक – हज़ारी
- समन्वयक – हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
- बुद्ध के बाद बड़ा लोकनायक – ग्रियर्सन
- भक्तिकाल का सुमेरु – नाभादास
- कलिकाल का वाल्मीकि – नाभादास
- मानस का हंस – अमृतलाल नागर
- जातीय कवि – रामविलास शर्मा
- आंनदवन का वृक्ष – मधुसूदन सरस्वती
- अकबर से महान् – स्मिथ
- अपने युग का महान् पुरुष – स्मिथ
- उत्तर भारत की जनता के ह्रदय मंदिर में विराजमान – शुक्ल
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धन्यवाद् सर आपने बहुत परिश्रम किया और कठिन विषय को आसान बना दिया जैसे पंक्तियां याद रखने की ट्रिक और उपन्यास के क्रम । बहुत बहुत शुक्रिया।
जी आपकी ख़ुशी ही ,हमें प्रेरित करती है