पथिक कविता – रामनरेश त्रिपाठी – सारांश || हिंदी साहित्य
आज एक आर्टिकल में रामनरेश त्रिपाठी की चर्चित कविता पथिक (Pathik kavita) का महत्त्वपूर्ण सारांश दिया गया है ,जो आपकी परीक्षा के लिए उपयोगी है । रामनरेश त्रिपाठी (पथिक) प्रतिक्षण नूतन वेश बनाकर रंग-बिरंग निराला। रवि के सम्मुख थिरक रही है नभ में वारिद-माला। नीचे नील समुद्र मनोहर ऊपर नील गगन है। घन पर बैठ, …
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