हिंदी आलोचना(hindi alochana)
आज की पोस्ट में हिन्दी साहित्य के महत्वपूर्ण टॉपिक हिन्दी आलोचना विधा को लेकर है जिसमे महत्वपूर्ण आलोचनाओ को संकलित किया गया है
कृति | रचनाकार |
1. नाटक | भारतेंदु |
2. शिवसिंह सरोज | शिवसिंह सेंगर |
3. बिहारी सतसई की भूमिका | पद्मसिंह शर्मा |
4. देव और बिहारी | कृष्ण बिहारी मिश्र |
5. नवरस, सिद्धांत और अध्ययन, काव्य के रूप | गुलाबराय |
6. साहित्यालोचन, रूपक रहस्य, भाषा रहस्य | श्यामसुंदरदास |
7. काव्य में रहस्यवाद, गोस्वामी तुलसीदास, भ्रमरगीत-सार, जायसी ग्रंथावली की भूमिका, रस-मीमांसा | रामचंद्र शुक्ल |
8. रवींद्र कविता कानन, पंत और पल्लव | निराला |
9. गद्यपथ, शिल्प और दर्शन, छायावाद: पुनर्मूल्यांकन | पंत |
10. साहित्य समालोचना | रामकुमार वर्मा |
11. नया साहित्य नए प्रश्न, प्रकीर्णिका, कवि निराला | नंददुलारे वाजपेयी |
12. कबीर, सूर साहित्य, हिंदी साहित्य की भूमिका, हिंदी साहित्य का आदिकाल | हजारीप्रसाद द्विवेदी |
13. नई कविता: सीमाएँ और संभावनाएँ | गिरिजाकुमार माथुर |
14. निराला की साहित्य साधना (तीन भाग), भारतेंदु हरिश्चंद्र, भारतेंदु युग और हिंदी भाषाकी विकास परंपरा, भाषा और समाज, महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण, आचार्य शुक्ल, लोकजागरण और हिंदी साहित्य, नई कविता और अस्तित्ववाद | रामविलास शर्मा |
15. सुमित्रानंदन पंत, साकेत, एक अध्ययनः विचार और अनुभूति, रस-सिद्धांत,रीतिकाव्य की भूमिका तथा देव और उनकी कविता, मिथक और साहित्य, भारतीय समीक्षा और आचार्य शुक्ल की काव्य-दृष्टि | डाॅ. नगेन्द्र |
16. छायावाद का पतन, साहित्य-चिंता, आधुनिक समीक्षा | डाॅ. देवराज उपाध्याय |
17. त्रिशंकु, आत्मनेपद, अद्यतन, संवत्सर, स्मृति-लेखा, केंद्र और परिधि, पुष्करिणी, जोग लिखि, सर्जना और संदर्भ, चैथा सप्तक | अज्ञेय |
18. कविता के नए प्रतिमान, छायावाद, वाद-विवाद-संवाद, इतिहास और आलोचना, कहानी और नई कहानी | नामवर सिंह |
19. लघुमानव के बहाने हिंदी कविता पर एक बहस, शमशेर की काव्यानुभूति की बनावट | विजदेवनारायण साही |
20. मध्ययुगीन हिंद काव्य-भाषा, भाषा और संवेदना, अज्ञेयः आधुनिक रचना की समस्या | रामस्वरूप चतुर्वेदी |
21. नई कविता के प्रतिमान, नये प्रतिमान पुराने निकष | लक्ष्मीकांत वर्मा |
22. नई कविता: स्वरूप और समस्याएँ | जगदीश गुप्त |
23. मानव मूल्य और साहित्य | धर्मवीर भारती |
24. आधुनिकता के पहलू | विपिन कुमार अग्रवाल |
25. कविता से साक्षात्कार | मलयज |
26. फिलहाल, कुछ पूर्वग्रह | अशोक वाजपेयी |
27. शब्द और स्मृति | निर्मल वर्मा |
28. नई कविता का आत्मसंघर्ष | मुक्तिबोध |
29. अधूरे साक्षात्कार | नेमिचंद्र जैन |
30. प्रगतिवाद, साहित्य की परख, साहित्यानुशीलन, हिंदी साहित्य के अस्सी वर्ष | शिवदानसिंह चौहान |
31. आधुनिक हिंदी आलोचना के बीज शब्द, साहित्य का समाजशास्त्र और रूपवाद, आधुनिक हिंदी साहित्य का इतिहास | डाॅ. बच्चन सिंह |
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