दोस्तो आज की पोस्ट मे हम रामनरेश त्रिपाठी(Ramnaresh Tripathi ka Jivan Parichay) जी के जीवन परिचय के बारे में जानेंगे।
रामनरेश त्रिपाठी – Ramnaresh Tripathi ka Jivan Parichay
Table of Contents
- जन्मकाल – 1889 ई.
- जन्मस्थान – ग्राम-कोइरीपुर, जिला – जौनपुर
- मृत्युकाल – 1962 ई.
प्रमुख रचनाएँ –
(क) प्रबन्धात्मक काव्य रचनाएँ –
- मिलन – 1917 ई. (विदेशी शासन से देशोद्धार का भाव)
- पथिक – 1920 ई. (उपनिवेशवाद के एकतंत्र से मुक्ति)
- स्वप्न – 1929 ई. (1. विदेशी आक्रमणकारियों से सुरक्षा का भाव 2. उत्तराखंड व काश्मीर की सुषमा का वर्णन है।)
(ख) फुटकल कविता संग्रह
- मानसी – 1927 ई. (इसमें देशभक्ति, प्रकृति चित्रण और नीति निरुपण से संबंधित फुटकल कविताओं का संग्रह किया गया है।)
विशेष तथ्य – Ramnaresh Tripathi ka Jivan Parichay
- इनके द्वारा रचित ’मिलन’, ’पथिक’ तथा ’स्वप्न’ काल्पनिक कथाश्रित प्रेमाख्यानक खंडकाव्य की श्रेणी में शामिल किये जाते हैं।
- ’कविता कौमुदी’ के आठ भागों में इन्होंने बङी योग्यता से हिंदी, उर्दू, बंगला एवं संस्कृत की कविताओं का संकलन और संपादन किया है।
- इन्होंने पर्याप्त भ्रमण करके बङी लगन और परिश्रम से ’लोकगीतों’ का संग्रह भी किया था।
- इन्हें गाँधीजी द्वारा प्रवर्तित असहयोग आंदोलन में जेल भी जाना पङा था।
- इनके खण्डकाव्यों में देशोद्धार के लिए नवयुवकों का आह्वान किया गया है, बालक व वृद्धों का नहीं।
- ये हिन्दी बाल साहित्य के जनक माने जाते हैं।
- इन्होंने कई वर्षों तक ’बानर’ नामक बाल पत्रिका का संपादन कार्य किया था।
- प्रसिद्ध कथन –
’’पराधीन रहकर अपना सुख शोक न कह सकता है
यह अपमान जगत् में केवल पशु ही सह सकता है।’’
महावीर प्रसाद द्विवेदी जीवन परिचय देखें