सार्वनामिक विशेषण – Sarvanamik Visheshan | परिभाषा, उदाहरण

ऐसे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले जुड़कर उस संज्ञा शब्द की विशेषण की तरह विशेषता बताते हैं, वे शब्द सार्वनामिक विशेषण(Sarvanamik Visheshan) कहलाते हैं। ये शब्द संज्ञा के लिए विशेषण का काम करते हैं,अर्थात संज्ञा सहित सर्वनाम हो तो सार्वनिक विशेषण होगा और संज्ञा रहित सर्वनाम हो तो सर्वनाम होता है

उदाहरण ― मेरी कलम, कोई लड़का, किसी का घर, वह लड़का, वह पुस्तक, वह आदमी आदि।

  • सुमन पढ़ती है (सुमन  – संज्ञा)
  • वह पढ़ती है (वह – सर्वनाम)
  • वह सुमन पढ़ती है (वह  – सार्वनामिक विशेषण)
  • वह लड़का जयपुर में पढता है (वह  – सार्वनामिक विशेषण)

नोट : इसका मतलब यह हुआ कि सार्वनामिक विशेषण की पहली शर्त है कि संज्ञा के पहले सर्वनाम अवश्य जुड़ा हो यानि संज्ञा के साथ सर्वनाम का बेलीचारा😀 हो।

संकेतवाचक या सार्वनामिक विशेषण – Sarvanamik Visheshan

सार्वनामिक विशेषण

आज के आर्टिकल में हम विशेषण के अंतर्गत सार्वनामिक विशेषण(Sarvanamik Visheshan in Hindi) को अच्छे से समझेंगे और इसके उदाहरणों के माध्यम से विस्तार से पढेंगे ।

सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा – Sarvanamik Visheshan ki Paribhasha

जो सर्वनाम शब्द संज्ञा शब्दों से पूर्व जुड़कर विशेषण का कार्य करते हैं, उन्हें संकेतवाचक या सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।

सार्वनामिक विशेषण के 20 उदाहरण – Sarvanamik Visheshan ke Udaharan

  • यह कलम राम की है।
  • इस पलंग पर सामान ना रखें।
  • वह छात्रा रोती है।
  • यह लङका पढ़ने में अच्छा है।
  • इस गाङी को टच मत करना।
  • यह घर रमेश का है।
  • वह अब्दुल के अब्बा है।
  • यह लङकी वही है जो मर गयी थी।
  • यह पुष्प कितना सुन्दर है।
  • उस पुस्तक को पढ़ो।
  • यह मेरी किताब है।
  • वह घोङा मेरा है।
  • वह रोज मजदूरी करता है।
  • वे कुत्ते जा रहे हैं।
  • उस गरीब को खाना दो।
  • वह गाङी चली गयी है।
  • वह आदमी अच्छे से काम करना जानता है।
  • यह लङका सुंदर है।
  • इस विद्यार्थी ने अच्छा काम किया है।
उपर्युक्त वाक्यों में ’यह’, ’वह’, ’इस’ आदि क्रमशः कलम, छात्रा व विद्यार्थी की ओर संकेत कर रहे हैं, अतः यहां संकेतवाचक या सार्वनामिक विशेषण है।

सार्वनामिक विशेषण के भेद – Sarvanamik Visheshan ke Bhed

सार्वनामिक विशेषण

सार्वनामिक विशेषण चार प्रकार के होते हैं –

(1) निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण – Nishchay Vachak Sarvanamik Visheshan

जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की ओर निश्चयात्मक रूप से संकेत करते हैं, निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।

जैसे वह किताब , वे किताबें, यह किताब, ये किताबें।

उदाहरण –

  • यह कलम राम की है।’
  • वह आपको जानता है।’

इन दोनों वाक्यों में ’यह’ तथा ’वह’ निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण है।

  • वह खंभा गिर जाएगा।

यहां ’वह’ सर्वनाम ’खंभा’(संज्ञा) की विशेषता प्रकट कर रहा है अतः यह सार्वनामिक विशेषण है।

(2) अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण – Anishchay vachak sarvanamik visheshan

जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की ओर अनिश्चित रूप से संकेत करते हैं, अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।

जैसे कुछ लाभ, कोई लङका, कोई व्यक्ति।

उदाहरण –

  • कोई आया है।’

इस वाक्य में ’कोई’ शब्द अनिश्चय की स्थिति पैदा कर रहा है। अतः यहां अनिश्चयात्मक सार्वनामिक विशेषण है।

  • कोई आदमी मुझे मार रहा था।
  • वहां देखो कोई आ रहा है।
  • आज कुछ सामान मार्केट से लाना है।
  • कोई आदमी मिलने आया है।
  • मेरी कार से कुछ सामान गायब है।
  • मुझे कुछ खाना है।

(3) प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण – Prashan vachak sarvanamik visheshan

जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम से संबंधित प्रश्नों का बोध कराते हैं, प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।

जैसे कौन लोग?

क्या सहायता?

कौन आदमी?

क्या काम?

उदाहरण –

  • कौन आया है?’
  • किस टोकरी को उठाना है?’

इन वाक्यों में ’कौन’’किस’ शब्द से प्रश्न होना पाया जा रहा है। अतः यहां प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण कहलाते है।

  • क्या मुझे यह करना चाहिए।
  • क्या मैं आपके पास आ सकता हूँ।
  • किस किस पुस्तक को पढ़ू?
  • वह कौन गा रही है ?
  • कौन है जो सुबह से फोन करके परेशान कर रहा है।
  • क्या मैं इसके बारे में जान सकता हूँ।

(4) संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण – Sambandh vachak sarvanamik visheshan

जो विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों का संबंध वाक्य में प्रयुक्त अन्य संज्ञा या सर्वनाम के साथ जोङते हैं, संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।

जैसे – जो वस्तु, जो लङका, जो पुस्तक।

उदाहरण –

जो व्यक्ति आपके साथ कार्य करेगा, उससे अभी मिल लो।’

इस वाक्य में ’जो’’उससे’ आदि शब्द संज्ञा व सर्वनाम में संबंध स्थापित कर रहे हैं। अतः यहां संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण है।

  • मेरा नाम रवि है।
  • मेरा भाई अभी तक नहीं आया है।
  • तुम्हारा भाई मेरे पास आया था।
  • जिस काम को करना ना हो, उस पर विचार करना मूर्खता है।
  • तुम्हारे दोनों दोस्त कल जयपुर में मिले थे।
  • तुम्हारी कार मेरे पास है।

FAQ – Sarvanamik Visheshan

 

1.  सार्वनामिक विशेषण का उदाहरण क्या है?

  • वह घोङा मेरा है।
  • वह रोज मजदूरी करता है।
  • वे कुत्ते जा रहे हैं।
  • उस गरीब को खाना दो।

2. सार्वनामिक विशेषण का दूसरा नाम क्या है?

उत्तर  –  सार्वनामिक विशेषण को संकेतवाचक विशेषण भी कहते है।

3. सार्वनामिक विशेषण के कितने प्रकार होते है?

उत्तर  – सार्वनामिक विशेषण के चार प्रकार होते है –

  1. निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
  2. अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
  3. प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
  4. संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण

4. सार्वनामिक विशेषण किसे कहते है?

जो सर्वनाम शब्द संज्ञा शब्दों से पूर्व जुड़कर विशेषण का कार्य करते हैं, उन्हें संकेतवाचक या सार्वनामिक विशेषण(Sarvanamik Visheshan) कहते हैं।

गुणवाचक विशेषण

संख्यावाचक विशेषण

परिमाणवाचक विशेषण

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