आज के आर्टिकल में हम तत्सम तद्भव (Tatsam Tadbhav Shabd) शब्दों के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे , इस विषयवस्तु से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण प्रश्न आर्टिकल के अंत में पढेंगे ।
तत्सम व तद्भव शब्द – Tatsam Tadbhav
Table of Contents
अगर हम शब्दों की बात करें तो हिन्दी के शब्दों का वर्गीकरण चार आधारों पर किया जाता है –
- उत्त्पत्ति/स्त्रोत/इतिहास के आधार पर
- व्युत्त्पत्ति/रचना/बनावट के आधार पर
- रूप/प्रयोग के आधार पर
- अर्थ के आधार पर
1. उत्पत्ति के आधार पर शब्द चार प्रकार के होते हैं –
- तत्सम शब्द
- तद्भव शब्द
- देशज शब्द
- विदेशज शब्द
तत्सम शब्द किसे कहते है – Tatsam Shabd kise kahate Hain
हिन्दी में जो शब्द संस्कृत से ज्यों के त्यों ग्रहण कर लिए गए हैं तथा जिसमें कोई ध्वनि परिवर्तन नहीं हुआ है, तत्सम शब्द(Tatsam Shabd) कहलाते है। तत्सम (तत् + सम) शब्द का अर्थ है – उसके समान अर्थात् संस्कृत के समान।
अर्द्ध-तत्सम शब्द – ऐसे शब्द जो संस्कृत के अपने मूल स्वरूप से थोङे से विकृत के बाद हिन्दी में अपनाये गये हैं, अर्द्ध तत्सम शब्द कहलाते हैं।
तद्भव शब्द कहते है – Tadbhav Shabd Kise Kahate Hain
हिन्दी में प्रयुक्त वह शब्द जो ध्वनि परिवर्तनों से गुजरते हुए हिन्दी में आए है, तद्भव शब्द(Tadbhav Shabd) कहलातें है।
तद्भव (तत् + भव) शब्द का अर्थ है- उससे होना अर्थात् संस्कृत शब्दों से विकृत होकर बने शब्द।
तत्सम | तद्भव |
अश्रु | आँसू |
चन्द्र | चाँद |
शर्करा | शक्कर |
कर्पूर | कपूर |
इष्टिका | ईंट |
ऊष्ट्र | ऊँट |
देशज शब्द किसे कहते है – Deshaj shabd kise kahate hain
(क) ध्वन्यात्मक अनुकरण पर गढ़े हुए वे शब्द जिनकी व्युत्त्पत्ति किसी तत्सम शब्द से नहीं होती, इस वर्ग में आते हैं।
देशज (देश + ज) शब्द का अर्थ है – देश में जन्मा अतः ऐसे शब्द जो क्षेत्रीय प्रभाव के कारण बनकर प्रचलित हो गए हैं- जैसे- भोंपू, तेंदुआ, टट्टू, फटफटिया, गङबङ, लोटा, टाँग, ठेठ, ऊधम, अंगोछा, खुरपा, घाघरा, लपलपाना, बुद्धू, परात, चुटकी, चाट, ठठेरा, खटपट आदि।
(ख) आदिवासियों से प्राप्त शब्द भी देशज होते हैं –
कपास, कोङी, केला, ताम्बुल, बाजरा, भिण्डी, कांच, कुटी, इडली, डोसा, सरसों, ताला, लूँगी, चिकना, परवल, पान, अनल, कज्जल आदि।
विदेशज शब्द किसे कहते है – Videshi shabd kise kahate hain
दूसरी भाषाओं से आए हुए शब्द विदेशी शब्द कहे जाते हैं। हिन्दी में विदेशी शब्द मुख्यतया दो प्रकार के होते हैं- मुस्लिम शासन के प्रभाव से आए हुए- अरबी-फारसी शब्द तथा ब्रिटिश शासन के प्रभाव से आए हुए अंग्रेजी शब्द।
विदेशज (विदेश + ज) शब्द का अर्थ है- ’विदेश में जन्मा’ अतः अन्य देश की भाषा से आए हुए शब्द।
हिन्दी भाषा में लगभग 2,500 अरबी शब्द, 3,500 फारसी शब्द और 3,000 अंग्रेजी शब्द प्रयुक्त हो रहे हैं। विदेशज शब्दों में से कुछ को ज्यों-का-त्यों अपना लिया गया है। जैसे – कंपनी, कैम्प, क्रिकेट इत्यादि और कुछ को हिन्दीकरण कर के अपनाया गया है।
(अ) अरबी शब्द – Arbi shabd
अखबार, अजीब, अजब, अदालत, अक्ल, अमीर, अल्लाह, असर, आदत, आखिर, आदमी, इशारा, इनाम, इजलास, इज्जत, इलाज, ईमान, उम्र, एहसान, औरत, औसत, कसूर, कसरत, कब्र, कमाल, कर्ज, कानून, किस्मत, कीमत, कुर्सी, खबर, ख़त, ख़राब, ख़िदमत, जनाब, जलसा, जवाब, जहाज, जालिम, जुलूस, तहसील, तरक्की, तकदीर, तबादला, तमीज, दिमाग, दुकान, दुनिया, नशा, नतीजा, नहर, नकल, फ़कीर, फायदा, फ़िक्र, फैसला, बहस, बाक़ी, बुनियाद, मदद, मजबूर, मज़हब, मशहूर, मुहावरा, मुल्ला, मुकदमा, मुश्किल, मुसाफिर, मौसम, मौलवी, यतीम, राय, लिफ़ाफा, वारिस, शराब, हक, हकीम, हलवाई, हज़म, हाजिर, हिम्मत, हुक्म, हैज़ा, हौसला इत्यादि।
(ब) फ़ारसी शब्द – Farsi shabd
अदा, अगर, आमदनी, आईना, आवाज़, आसमान, आबरू, आतिशबाजी, आराम, आवारा, उम्मीद, आफ़त, उस्ताद, कमीना, कारीगर, किशमिश, कुश्ती, कूचा, ख़ाक, ख़ामोश, ख़ुदा, ख़ुराक, गरम, गज, गवाह, गर्द, गिरफ्तार, गिर्द, गुलाब, चश्मा, चादर, चालाक, चेहरा, जहर, जलेबी, ज़ागीर, जिगर, जिन्दगी, जुरमाना, जोश, जोर, तबाह, तमाशा, तनख़वाह, ताजा, तेज, दफ्तर, दरबार, दलाल, दवा, दंगल, दिल, दीवार, नापसंद, नापाक, परदा, परहेज, पाजामा, पाजी, पुल, पैदा, बर्फी, बारिश, बुख़ार, बेकार, बेरहम, मजदूर, मज़ा, मोरचा, याद, यार, रंग, राह, लगाम, लेकिन, वापिस, सरदार, सरकार, साल, साहब, सितार, सूद, सौदागर, ह़फ्ता, हज़ार आदि।
(स) तुर्की शब्द – Turki shabd
उर्दू, उजबक, कलग़ी, काबू, कुली, कुर्ता, कैंची, खंजर, खच्चर, कुर्क, कुमुक, ग़लीचा, गनीमत, चकमक, चम्मच, चिक, चेचक, चोगा, तमगा, तमंचा, तमाशा, तोप, तोपची, नागा, बहादुर, बारुद, बावर्ची, बेग़म, मुगल, मुचलका, लाश, सुराय, सौगात, सुराग इत्यादि।
(द) अंग्रेजी शब्द – Angreji shabd
अस्पताल, अफसर, अपील, आॅपरेशन, कमेटी, आॅफिस, कलेक्टर, काॅलेज, कंपाउडर, काॅलरा, काॅलर, कार, क्लर्क, केक, कैंप, गार्ड, गैस, गिलास, चाॅकलेट, जम्पर, जज, जग, जेली, जैम, ट्रेन, टैक्स, टिकट, टाई, टाॅपर, डाॅक्टर, डिप्टी, डिप्थीरिया, नर्स, पेंसिल, पेपर, पेन, प्रेस, पिन, पैंट, पास, प्लेट, पुलिस, पार्लस, पाउडर, बस, बुशर्ट, बूट, ब्लाउज, बैटरी, बिस्कुट, मजिस्ट्रेट, मलेरिया, माचिस, मोटर, मनीआॅर्डर, रेल, रजिस्टर, रेडियो, राशन, लाइब्रेरी, लैम्प, लाॅरी, लाईन, स्टील, स्कूटर, साईकिल, स्कूल, हार्निया, हैट इत्यादि।
(य) पश्तो शब्द – Pashto shabd
अटकल, अखरोट, कलूटा, खचङा, खर्राटा, गुलगपाङा, गङबङ, गुंडा, चख-चख, टसमस, डेरा, तहस-नहस, पटाखा, पठान, बाङ, भङास, मटरगश्ती, रोला (पर्वत) आदि।
(र) पुर्तगाली शब्द – Purtgali shabd
अन्नानास, अलमारी, आलपिन, इस्त्री, इस्पात , कमीज, कमरा, कर्नल, काज़, काफ़ी, गमला, गोभी, गोदाम, चाबी, तौलिया, नीलाम, फ़ीता, बाल्टी, बोतल, मिस्त्री, संतरा, इत्यादि।
(ल) फ्रेंच शब्द – अंग्रेज, कारतूस, कर्फ्यू, कूपन, पिकनिक, बादाम, मेयर, मीनू, लैम्प, सूप इत्यादि।
(ब) चीनी शब्द – चाय, चीनी, चीकू, लीची इत्यादि।
(श) जापानी शब्द – रिक्शा, सायोनारा, झप्पान इत्यादि।
(ष) रूसी शब्द – रूबल, जार, वोदका, सोवियत, स्पूतनिक इत्यादि।
(स) डच शब्द – तुरुप (ताश में), बम (तांगा गाङी का)।
संकर शब्द किसे कहते है – Sankar shabd kise kahate hain
हिन्दी भाषा में कुछ ऐसे शब्द भी प्रचलित हैं जो किसी एक भाषा के न होकर दो भिन्न-भिन्न भाषाओं के मेल से बने होते हैं, ऐसे शब्दों को संकर शब्द कहते हैं।
संकर शब्द के उदाहरण
हिन्दी + फारसी: घङीसाज, घुङसवार, चालबाज, मच्छरदानी, मोमबत्ती, राजमहल आदि।
हिन्दी + अंग्रेजी: जेलयात्रा, लाठीचार्ज, टिकटघर, रेलगाङी आदि।
हिन्दी + अरबी: डोलची, मदकची आदि।
अंग्रेजी + फारसी: डाल्टेनगंज, फोटोसाज, रिविलगंज, हंटरगंज आदि।
अंग्रेजी + अरबी: कम्पनीबाग, हाफकमीज आदि।
अंग्रेजी + तुर्की: हाफकुरता आदि।
अरबी + फारसी: रोजनामचा, नमकहराम, आतिशबाजी, खुशबू, बेईमान आदि।
शब्द विचार
भाषा की लघुत्तम इकाई ध्वनियाँ/वर्ण होते हैं और अर्थ के स्तर पर भाषा की लघुत्तम इकाई शब्द होते हैं तथा भाषा की पूर्णतः इकाई वाक्य होते हैं।
दो या दो से अधिक वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं।
डाॅ. भोलानाथ तिवारी के अनुसार – ’’शब्द अर्थ के स्तर पर भाषा की लघुतम स्वतंत्र इकाई है।’’
2. रचना या बनावट/व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द तीन प्रकार के होते हैं –
- रूढ़ शब्द
- यौगिक शब्द
- योगरूढ़
(1) रूढ़ शब्द – जिन शब्दों के सार्थक खंड न हो सके और जो अन्य शब्दों के मेल से न बने हों उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं। जैसे – घर शब्द का यदि हम खंड करेंगे तो (घ + र) ये निरर्थक खंड है। अतः ’घर’ शब्द रूढ़ शब्द है। उदाहरण – पैर, रात, हाथ, दिन, मुँह, घोङा आदि।
(2) यौगिक शब्द – यौगिक का अर्थ है – मेल से बना हुआ। जो शब्द दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बनता है, उसे यौगिक शब्द कहते हैं। इसके दोनों खंड सार्थक होते हैं। जैसे – राजपुत्र (राज + पुत्र)। अतः ’राजपुत्र’ शब्द यौगिक शब्द है। उदाहरण – जन्मभूमि, पाठशाला, स्वामिभक्त, विद्यालय, विज्ञान, सामाजिक आदि। यौगिक शब्दों की रचना के तीन प्रकार हैं – उपसर्ग से, प्रत्यय, से और समास से।
(3) योगरूढ़ – वे शब्द जो यौगिक तो होते हैं परन्तु जिनका अर्थ रूढ़ (विशेष अर्थ) हो जाता है, योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं। योगरूढ़ शब्द सामान्य या साधारण अर्थ को छोङकर विशेष अर्थ बताता है। जैसे – पंकज-पंक में जन्मा (साधारण अर्थ) कमल (विशेष अर्थ) अतः पंकज योगरूढ़ शब्द है। उदाहरण– दशानन, लंबोदर, पीतांबर, जलज, नीलकंठ, गिरधारी आदि। बहुब्रीहि समास के सभी उदाहरण योगरूढ़ शब्द की रचना करते हैं।
3. रूप/प्रयोग के आधार पर शब्द दो प्रकार के होते हैं –
- विकारी शब्द
- अविकारी शब्द
(1) विकारी शब्द – जिन शब्दों में लिंग, वचन, कारक या काल के कारण विकार होते हैं उन्हें विकारी शब्द कहते हैं। विकार से शब्दों के रूप में परिवर्तन हो जाता है। हिन्दी में चार विकारी शब्द हैं:-
1. संज्ञा-
घोङा – घोङी, घोङे, घोङियाँ, घोङों, घोङियों।
2. सर्वनाम –
मैं – मुझ, मुझे, मुझी, मेरा, मेरी, मेरे।
हम – हमें, हमीं, हमारा, हमारी, हमारे।
वह – उस, उसने, उसे, उसी, उन।
वे – उन्हें, उन्हीं, उनको, उनसे।
3. विशेषण –
अच्छा, अच्छी, अच्छे
नया, नयी, नये
पहला, पहली, पहले।
4. क्रिया –
पढ़ता, पढ़ती, पढ़ते
पढ़ा, पढ़ी, पढ़े
पढूँगा, पढूँगी, पढ़ेंगे
पढूँ, पढ़ो, पढ़े
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया शब्द विकारी शब्द हैं।
(2) अविकारी शब्द – जिन शब्दों का प्रयोग मूल रूप में होता है और लिंग, वचन, कारक के आधार पर उनमें कोई परिवर्तन नहीं होता अर्थात् जो शब्द हमेशा एक से रहते हैं, वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। आविकारी को ही ’अव्यय’ कहते हैं।
अव्यय शब्द चार प्रकार के होते हैं –
- क्रिया-विशेषण – अब, जब, यहाँ, वहाँ, भीतर, बाहर, नीचे, क्यों, कैसे, इधर, उधर, आज, कल, परसों आदि।
- संबंधबोधक अव्यय – के भीतर, के बाहर, के नीचे, के सामने, की ओर, से आगे, से पीछे, में, से, पर आदि।
- समुच्चयबोधक अव्यय – और, तथा, किंतु, परंतु, अथवा, इसलिए, या, तो, यदि, क्योंकि आदि।
- विस्मयादिबोधक अव्यय – या!, अरे!, अहा!, अहो!, हा, हाय! या अल्लाह!, रे!, अरे!, वाह!, राम-राम!, या खुदा! आदि।
इस प्रकार विकारी और अविकारी मिलाकर शब्द आठ प्रकार के होते हैं।
4. अर्थ के आधार पर शब्द चार प्रकार के होते हैं –
- समानार्थक शब्द
- एकार्थक शब्द
- अनेकार्थक शब्द
- विपरीतार्थक शब्द
(अ) समानार्थक शब्द – हिन्दी भाषा में अनेक शब्दों के अर्थ समान होते हैं, उन्हें समानार्थी या पर्यायवाची शब्द कहते हैं। जैसे –
दिन – अहन, दिवा, दिवस, वार।
सूर्य – दिनकर, दिवाकर, भानु, भास्कर।
सुंदर – अभिराम, चारु, मनोरम, मनोहर।
उद्यान – फुलवारी, कुंज, वाटिका, बगीचा।
(ब) एकार्थक शब्द – जिन शब्दों का केवल एक ही अर्थ होता है, एकार्थी शब्द कहलाते हैं। व्यक्तिवाचक संज्ञा के शब्द इसी प्रकार के शब्द हैं। जैसे – गंगा, पटना, राधा, फरवरी, इंग्लैण्ड आदि।
(स) अनेकार्थक शब्द – एक से अधिक अर्थ जिन शब्दों के होते हैं, अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं। जैसे –
आम – व्यापक, साधारण, सामान्य, कच्चा, न पचा हुआ एक फल आम्र।
गुरु – श्रेष्ठ, पूज्य, शिक्षक, भारी, महत्, कठिन।
पक्ष – बगल, दायाँ या बायाँ भाग, तरफ, पंद्रह दिनों का समूह।
हार – पराजय, असफलता, माला।
(द) विपरीतार्थक शब्द – उलटा अर्थ देने वाले शब्द को विपरीतार्थक या विलोम शब्द कहते हैं। जैसे –
शब्द | विलोम शब्द |
अज्ञ | विज्ञ |
अस्त | उदय |
लघु | दीर्घ |
जाग्रत | सुप्त |
तत्सम शब्द पहचानने के नियम:
- जिन शब्दों में क्ष, त्र,ज्ञ या श हो वे लगभग तत्सम शब्दों में आते है।
- ‘अव’ उपसर्ग वाले शब्द तत्सम में आते है।
- ऋ , श, ष, हलन्त, विसर्ग, अनुस्वार, संयुक्ताक्षर, तीनों रेफ, आधे सकार (श्, ष्, स्), य, व की प्रधानता वाले शब्द, संधि शब्द (हिन्दी की संधि को छोड़कर), संस्कृत अव्यय व उपसर्गयुक्त शब्दादिक अधिकतर तत्सम होंगे।
तत्सम-तद्भव रूपान्तरण
तत्सम | तद्भव |
अकार्य | अकाज |
अंगरक्षक | अँगरखा |
अज्ञान | अजान |
अक्षर | अच्छर/आखर |
अंध | अंधा |
अज्ञानी | अनजाना |
अन्यत्र | अनत |
अंजलि | अँजुरी |
अमूल्य | अमोल |
अन्धकार | अँधेरा |
अमृत | अमिय |
अमावस्या | अमावस |
अंगुलि | अँगुरी, अँगुली |
अष्टाविंशति | अट्ठाईस |
अलवण | अलोना |
अर्चि | आँच |
अवश्याय | ओस |
अवमूर्ध | औंधा |
अक्षि/अक्ष | आँख |
अद्य | आज |
अर्द्ध | आधा |
अक्षय तृतीया | आखा तीज |
अंक | आँक |
आदित्यवार | इतवार |
आभीर | अहीर |
आमलक | आँवला |
आम्र | आम |
आम्रचूर्ण | अमचूर |
आषाढ़ | असाढ़ |
आलस्य | आलस |
इक्षु | ईख |
आत्र | अंतङी |
अगम्य | अंतङी |
अगम्य | अगम |
अलक्ष्य | अलख |
अक्षत | अच्छत |
अट्टालिका | अटारी |
अवतार | औतार |
अनार्य | अनाङी |
अन्नाद्य | अनाज |
अंगुष्ठिका | अँगूठी |
अक्षोट | अखरोट |
अलग्न | अलग |
अर्पण | अरपन |
अग्रवर्ती | अर्गाङी |
अर्क | अरक/आक |
अंगुष्ट | अँगूठा |
अशीति | अस्सी |
अष्टादश | अठारह |
अष्ट | आठ |
अश्रु | आँसू |
अखिल | आखा |
अग्नि | आग |
अम्लिका | इमली |
आर्द्रक | अदरक |
आश्चर्य | अचरज |
आश्रय | आसरा |
आखेट | अहेर |
आशा | आस |
आदर्शिका | आरसी |
आशिष | असीस |
इयत | इतना |
इन्धन | ईंधन |
इष्टिका | ईंट |
उलूक | उल्लू |
उज्ज्वल | उजला |
उद्गत | उगना |
उलूक | उल्लू |
उच्च | ऊँचा |
ऊषर | ऊसर |
उपाध्याय | ओझा |
ऊर्णा | ऊन |
कंकण | कंगन |
कच्छप | कछुआ |
कृत्यगृह | कचहरी |
कर्तन | कतरन |
कुपुत्र | कपूत |
कर्पास | कपास |
कल्लोल | कलोल |
क्लेश | कलेश |
काष्ठ | काठ |
कार्य | काज, कारज |
कज्जल | काजल |
कर्ण | कान |
केतक | केवङा |
कार्तिक | कातिक |
कुठार | कुल्हाङा |
कर्कट | केवङा |
कार्तिक | कातिक |
कुठार | कुल्हाङा |
कर्कट | केकङा |
कैवर्त | केवट |
कफोणी | कोहनी |
कुक्कुर | कुत्ता |
कदली | केला |
कोण | कोना |
कुष्ठ | कोढ़ |
ईदृश | ऐसा |
उत्साह | उछाह |
उद्घाटन | उघाङना |
उद्गलन | उगलना |
उपालंभ | उलाहना |
उद्वर्तन | उबटन |
उष्ट्र | ऊँट |
ओष्ठ | ओंठ |
उलूखल | ओखली |
ऋक्ष | रीछ |
कंकती | कंघी |
कमल | कँवल |
कटु | कङुआ |
कर्पट | कपङा |
कर्पूर | कपूर |
कर्त्तव्य | करतब |
कल्य | कल |
कांस्यकार | कसेरा |
कथानिका | कहानी |
कंटक | काँटा |
कपाट | किवाङ |
कारवेल | करेला |
कीटक | कीङा |
कर्म | काम |
कृष्ण | किसन |
कीर्ति | कीरति |
कुमार | कुँअर |
किंचित् | कुछ |
कुंभकार | कुम्हार |
कर्तरी | कैंची |
कुक्षि | कोख |
कोकिला | कोयल |
काक | कौआ |
कोष्ठ | कोठा |
कोष्ठिका | कोठी |
खनि | खान |
खटवा | खाट |
खर्पर | खप्पर |
गर्दभ | गधा |
गर्त | गड्ढा |
गात्र | गात |
गर्भिणी | गाभिन |
ग्राहक | गाहक |
ग्रंथि | गाँठ |
गृद्ध | गीध |
गेंडु | गेहूँ |
गो | गाय |
गुहा | गुफा |
गुंफन | गूँथना |
ग्रामीण | गँवार |
गोपालक | ग्वाला |
गहन | घना |
गर्मी | घाम |
घोटक | घोङा |
घंटिका | घंटी |
घात | घाव |
घृषण | घिसना |
चर्मकार | चमार |
चक्रवाक | चकवा |
चर्वण | चबाना |
चंद्र | चाँद |
चंद्रिका | चाँदनी |
चित्रकार | चितेरा |
कपर्दिका | कौङी |
कोष्ठागारिक | कोठारी |
कूप | कुआँ |
खंडगृह | खंडहर |
खादन | खाना |
खर्जू | खुजली |
गायक | गवैया |
गुञजन | गूँजना |
ग्रीष्म | गरमी |
गुण | गुन |
गौरी | गोरी |
गुंठन | घूँघट |
गोस्वामी | गुसाईं |
गोमय | गोबर |
गौर | गोरा |
द्विरागमन | गौना |
ग्राम | गाँव |
गृह | घर |
गंभीर | गहरा |
गृह | घर |
गृहिणी | घरनी |
घट | घङा |
घटिका | घङी |
घृणा | घिन |
घृत | घी |
चर्म | चाम |
चणक | चना |
चटिका | चिङिया |
चरित्र | चरित |
चतुष्क | चौक |
चतुष्काठ | चौखट |
चतुष्पथ | चौराहा |
चिक्कण | चिकना |
चैत्र | चैत |
चूर्ण | चूरण/चून |
चतुर्थ | चौथा |
चतुष्पद | चौपाया |
चक्र | चाक |
चतुर्विश | चौबीस |
छेदनी | छेनी |
छिद्र | छेद |
जाड्य | जाङा |
ज्येष्ठ | जेठ |
जिह्वा | जीभ |
जीर्ण | झीना |
तंडुल | तंदुल |
तपस्वी | तपसी |
तप्त | तपन |
ताम्र | ताँबा |
तीक्ष्ण | तीखा |
तीर्थ | तीरथ |
त्वरित | तुरंत |
तुंद | तोंद |
द्राक्षा | दाख |
दुर्लभ | दूल्हा |
दद्रु | दाद |
दीप | दीया |
दीपशलाका | दीयासलाई |
दिशांतर | दिशावर |
दूर्वा | दूब |
द्विपट | दुपट्टा |
द्विवेदी | दुबे |
दंश | डंक |
दंड | डंडा |
चित्रक | चीता |
चौर | चोर |
चतुष्कोण | चौकोर |
चतुर्दश | चौदह |
चुंबन | चूमना |
चंचु | चोंच |
छत्र | छाता |
छाया | छाँह |
जन्म | जनम |
जंघा | जाँघ |
जामाता | जमाई, जवाँई |
ज्योति | जोति, जोत |
झरण | झरना |
तिलक | टीका |
तिक्त | तीता |
तुषार | तुसार |
तृण | तिनका |
तर्कन | ताकना |
तङाग | तालाब |
तैल | तेल |
दधि | दही |
दंत | दाँत |
दंतधावन | दातुन |
दंष्ट्रिका | दाढ़ी |
दर्भ | डाभ |
दीपावली | दीवाली |
दृष्टि | दीठि |
दुग्ध | दूध |
दुर्बल | दुबला |
दुःख | दुख |
द्वितीय | दूजा |
द्विगुण | दूना |
दाह | डाह |
दक्ष | दच्छ |
देव | दई |
धत्तूर | धतूरा |
धरित्री | धरती |
धुर् | धुर |
धीवर | धीमर |
धान्य | धान |
धूम | धुआँ |
नक्षत्र | नखत |
नव्य | नया |
नापित | नाई |
नृत्य, नप्ता | नाच |
निर्दर | निडर |
ननांदृपति | ननदोई |
निष्ठुर | निठुर |
निम्ब | नीम |
नयन | नैन |
पर्यंक | पलंग |
पथ | पंथ |
परशु | फरसा |
पूर्णिमा | पूनम |
पक्वान्न | पकवान |
परीक्षा | परख |
पिपासा | प्यास |
पुस्तिका | पोथी |
पानीय | पानी |
पीत | पीला |
पण्यशालिक | पनसारी |
पुष्कर | पोखर |
पूर्ण | पूरा |
पौत्र | पोता |
दक्षिण | दाहिना |
द्विप्रहरी | दुपहरी |
धर्म | धरम |
धृष्ट | ढ़ीठ |
धात्रि | धाय |
धूलि | धूरि |
धनश्रेष्ठी | धन्नासेठ |
धैर्य | धीरज |
नग्न | नंगा |
नासिका | नाक |
निम्बु | नीबू |
नवनीत | लोनी |
नप्तृ | नाती |
नारिकेल | नारियल |
निर्वाह | निबाह |
निद्रा | नींद |
नकुल | नेवला |
नौ | नव |
पक्ष | पंख |
पंक्ति | पंगत |
प्रहर | पहर |
पश्चात्ताप | पछतावा |
पारद | पारा |
परश्वः | परसों |
पार्श्वअस्थि | पङौसी |
प्रहरी | पहरुआ |
पार्श्व | पास |
पृष्ठ | पीठ |
पुत्र | पूत |
प्रणाल | परनाला |
पंचम | पाँचवाँ |
पौष | पूस |
पूर्व | पूरब |
पाद | पैर |
पुष्प | पुहुप |
प्राण | प्रान |
पक्व | पका |
प्रतिच्छाया | परछाँई |
पुच्छ | पूँछ |
पवन | पौन |
पट्टिका | पाटी |
प्रकट | प्रगट |
फुल्ल | फुल्का |
फाल्गुन | फागुन |
बधिर | बहरा |
बलीवर्द | बैल |
बिन्दु | बूँद |
बिल्व | बेल |
बालुका | बालू |
भक्त | भगत |
भ्रातृजा | भतीजी |
भागिनेय | भानजा |
भल्लुक | भालू |
भ्राता | भाई |
भ्रातृजाया | भौजाई |
भिक्षा | भीख |
भ्रू | भौं/भोंह |
भाद्रपद | भादौं |
मस्तक | माथा |
मत्स्य | मछली |
मंडप | मंडुआ |
म्रक्षण | मक्खन |
महापात्र | महावत |
मृत्तिका | मिट्टी |
पुत्रवधू | पतोहू |
पंचदश | पंद्रह |
पक्षी | पंछी |
पाषाण | पाहन |
पण | पन (प्रतिज्ञा) |
पर्पट | पापङ |
प्रिय | पिय |
प्रस्तर | पत्थर |
पितृ | पितर |
पत्र | पत्ता |
फुल्लन | फूलना |
बर्कर | बकरा |
बुभुक्षित | भूखा |
बंध्या | बाँझ |
बंध | बाँध |
बंधन | बाँधना |
बदरी | बेर |
भद्र | भला |
भ्रातृज | भतीजा |
भांडागार | भंडार |
भाटक | भाङा |
भ्राष्ट्रिक | भट्ठी |
भिक्षुक | भिखारी |
भ्रमर | भौंरा |
भस्म | भस्मि |
मकर | मगर |
मक्षिका | मक्खी |
मशक | मच्छर |
मातुल | मामा |
मिष्टान्न | मिठाई |
मौक्तिक | मोती |
मित्र | मीत |
मूषक | मूसा |
मंडूक | मेंढ़क |
मुष्टि | मूठ/मुट्ठी |
मृत | मुआ |
मंत्रकारी | मदारी |
मातृ | माई |
मर्कटी | मकङी |
मुख | मुँह |
मणिकार | मनिहार |
मशकहरी | मसहरी |
यंत्र-मंत्र | जंतर-मंतर |
यज्ञ | जज्ञ/जग |
युवा | जवान |
यश | जस |
यूथ | जत्था |
यम | जम |
यव | जौ |
योद्धा | जोधा |
रुक्ष | रूखा |
रुद्ध | रुंधा |
रोष | रिस |
रुष्ट | रूठा |
रजनी | रैन |
रोम | रोआँ |
रुदन | रोना |
लंग | लंगङा |
लिंगपट्ट | लंगोट |
लक्ष | लाख |
लवंग | लौंग |
लोमशा | लोमङी |
लवणता | लुनाई |
वंश | बांस |
मेघ | मेह |
मृत्यु | मौत |
मुषल | मूसल |
मल | मैल |
मयूर | मोर |
माता | माँ |
मार्ग | मारग |
मास | महीना |
मृतघट्ट | मरघट |
मरीच | मिर्च |
यमुना | जमुना |
यजमान | जजमान |
यति | जति |
यज्ञोपवीत | जनेऊ |
योगी | जोगी |
यकृत | जिगर |
यशोदा | जसोदा |
रज्जु | रस्सी |
राजपुत्र | राजपूत |
राशि | रास |
रात्रि | रात |
रक्षा | राखी |
राज्ञी | रानी |
रिक्त | रीता |
लक्ष्मण | लखन |
लक्षण | लच्छन |
लज्जा | लाज |
लौह | लोहा |
लौहकार | लुहार |
लवण | लौंण |
लेपन | लीपना |
वासगृह | बसेरा |
वर्षण | बरसना |
व्याघ्र | बाघ |
वीरवर्णिनी | बैरबानी |
वाष्प | भाप |
वज्रांग | बजरंग |
वत्स | बच्चा/बछङा |
वट | बङ |
वरयात्रा | बरात |
वार्ताक | बैंगन |
वृश्चिक | बिच्छु |
वक | बगुला |
शर्करा | शक्कर |
श्मशान | मसान |
श्वश्रू | सास |
शूकर | सूअर |
श्वसुर | ससुर |
शैया | सेज |
शुष्ठि | सोंठ |
शुष्क | सूखा |
शुण्ड | सूँड |
शुक | सुआ |
शिक्षा | सीख |
श्रृंग | सींग |
श्रृंखला | सांकल |
श्रृंगाल | सियार |
श्रेष्ठी | सेठ |
सप्तशती | सतसई |
सर्सप | सरसों |
स्वप्न | सपना |
साक्षी | साखी |
सपत्नी | सौत |
संधि | सेंध |
वंशी | बाँसुरी |
वर्ण | बरन |
विकार | बिगाङ |
वानर | बन्दर |
वणिक | बनिया |
वधू | बहू |
वृद्ध | बुड्ढ़ा |
विष्ठा | बींट |
वाणी | बैन |
विवाह | ब्याह |
वचन | बैन |
शकट | छकङा |
श्मश्रु | मूँछ |
श्वास | साँस |
शाक | साग |
शाप | श्राप |
श्यामल | साँवला |
श्याला | साला |
शाटी | साङी |
श्याली | साली |
शून्य | सूना |
श्रावण | सावन |
श्रृंगार | सिंगार |
श्रेढ़ी | सीढ़ी |
श्रृंगाटक | सिंघाङा |
सरोवर | सरवर |
स्तंभ | खंभा |
स्नेह | नेह |
स्पर्श | परस |
स्वर्ण | सोना |
समर्पय | सौंप |
स्त्रोत | सोता |
सुगंध | सोंध |
सूचिका | सूई |
स्वर्णकार | सुनार |
सौभाग्य | सुहाग |
स्वजन | सजन |
षोडश | सोलह |
हिंगु | हींग |
हीरक | हीरा |
हरित | हरा |
हर्ष | हरख |
हिंदोला | हिंडोरा, हिंडोला |
हृदय | हिय |
हास्य | हँसी |
क्षीर | खीर |
क्षण | छिन |
क्षुर | छुरा |
क्षार | राख/खार |
सूत्र | सूत |
सुघट्ट | सुघङ |
स्वामी | साईं |
सत्य | सच |
सूर्य | सूरज |
हस्तिनी | हथनी |
हस्ति | हाथी |
अस्थि | हड्डी |
हरिद्रा | हल्दी |
हट्ट | हाट |
होलिका | होली |
हंडी | हाँङी |
क्षत्रिय | खत्री |
क्षति | छति |
क्षीण | छीन |
क्षेत्र | खेत |
त्रीणि | तीन |
तत्सम व तद्भव शब्द के प्रश्न – Tatsam Tadbhav Shabd ke Question
1. लाठीचार्ज शब्द किन भाषाओं से मिलकर बना है?
(अ) अरबी अंग्रेजी (ब) हिन्दी फारसी
(स) संस्कृत हिन्दी (द) हिन्दी अंग्रेजी
सही उत्तर-(द)
2. संस्कृत के वे शब्द जो हिन्दी में बिना किसी परिवर्तन के प्रयुक्त होते हैं, कहलाते हैं –
(अ) संस्कृत (ब) तद्भव
(स) तत्सम (द) देशज
सही उत्तर-(स)
3. इनमें से देशज शब्द कौन-सा है?
(अ) विद्या (ब) घाघरा
(स) लङका (द) कन्या
सही उत्तर-(ब)
4. निम्नलिखित में से किस समूह में सभी शब्द तत्सम है?
(अ) शर्करा, पवन, ज्येष्ठ, अग्नि (ब) काष्ठ, घृत, घोङा, कारीगर
(स) ओष्ठ, किताब, रानी, चाकू (द) निष्ठुर, हाथी, कार्य
सही उत्तर-(अ)
5. उद्भव के आधार पर निम्न में कौन-सा भेद नहीं है?
(अ) तत्सम (ब) रूढ़
(स) तद्भव (द) विदेशी
सही उत्तर-(ब)
6. किस समूह के सभी शब्द विदेशी है?
(अ) किताब, सिनेमा, संतरा (ब) काजू, वाचस्पति, जनेउ
(स) कारतूस, प्रयोजन, कुली (द) कर्फ्यू, महाविद्यालय, गमला
सही उत्तर-(अ)
7. ’केला’ का तत्सम शब्द है –
(अ) फल (ब) आलोक
(स) कदली (द) मेवा
सही उत्तर-(स)
8. ’श्मश्रु’ शब्द का तद्भव रूप होगा –
(अ) मूँछ (ब) अश्रु
(स) आँसू (द) ससुर
सही उत्तर-(अ)
9. निम्न में ’रूढ़’ शब्द कौनसा है?
(अ) मलयज (ब) जलज
(स) पंकज (द) वैभव
सही उत्तर-(द)
10. वाक्य में प्रयुक्त शब्द को कहते हैं –
(अ) लिपि (ब) पद
(स) शब्दांश (द) भाषा
सही उत्तर-(ब)
11. जिन शब्दों की उत्पत्ति का पता नहीं चलता, उन्हें कहा जाता है –
(अ) तत्सम (ब) तद्भव
(स) देशज (द) संकर
सही उत्तर-(स)
12. दो भिन्न भाषाओं के मेल से बना शब्द कहलाता है –
(अ) तद्भव (ब) देशज
(स) विदेशज (द) संकर
सही उत्तर-(द)
13. ’परीक्षा’ शब्द निम्नलिखित वर्गों में से किस वर्ग में आता है?
(अ) तद्भव (ब) विदेशज
(स) देशज (द) तत्सम
सही उत्तर-(द)
14. कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) रुक्ष (ब) वृक्ष
(स) पल्लव (द) खजूर
सही उत्तर-(द)
15. ’वकील’ किस भाषा का शब्द है?
(अ) फारसी (ब) अरबी
(स) तुर्की (द) पुर्तगाली
सही उत्तर-(ब)
Tatsam Tadbhav Shabd
16. इन शब्दों में विदेशी शब्द है –
(अ) स्त्री (ब) नारी
(स) महिला (द) औरत
सही उत्तर-(द)
17. स्वतन्त्र सत्ता धारण न करने वाले शब्द क्या कहलाते है?
(अ) रूढ़ (ब) योगरूढ़
(स) यौगिक (द) इनमें से कोई नहीं
सही उत्तर-(ब)
18. निम्न में से कौन-सा शब्द विदेशी है?
(अ) लोटा (ब) चाकू
(स) आटा (द) पेट
सही उत्तर-(ब)
19. ’योगरूढ़’ शब्द कौन-सा है?
(अ) पीला (ब) घुङसवार
(स) लम्बोदर (द) नाक
सही उत्तर-(स)
20. ’ताम्र’ का तद्भव क्या है?
(अ) चांदी (ब) सोना
(स) ताँबा (द) पीतल
सही उत्तर-(स)
21. ’पुलिस’ किस वर्ग का शब्द है?
(अ) तत्सम (ब) तद्भव
(स) देशज (द) विदेशी
सही उत्तर-(द)
22. तद्भव शब्द ’घङी’ का तत्सम रूप है –
(अ) घटिका (ब) घङियाल
(स) घाट (द) घण्टी
सही उत्तर-(अ)
23. ’दन्तधावन’ से विकसित तद्भव शब्द क्या है?
(अ) दतौन (ब) दातौन
(स) दातुन (द) इनमें से कोई नहीं
सही उत्तर-(स)
24. किस क्रमांक का शब्द तद्भव है?
(अ) कूप (ब) केला
(स) काक (द) कटु
सही उत्तर-(ब)
25. निम्नलिखित में शब्दों का विषम संयोजन कौन-सा है?
(अ) रस्सी-तद्भव (ब) सरकारी-फारसी
(स) लीची-तुर्की (द) पुरोहित-तत्सम
सही उत्तर-(स)
26. दो या दो से अधिक शब्दों अथवा शब्दांशों के मेल से बने शब्द कहलाते हैं –
(अ) यौगिक (ब) योगरूढ़
(स) रूढ़ (द) समानार्थक
सही उत्तर-(अ)
27. सार्थक खण्ड वाले शब्द क्या कहलाते है?
(अ) रूढ़ (ब) योगरूढ़
(स) यौगिक (द) इनमें से कोई नहीं
सही उत्तर-(स)
28. तत्सम शब्दों का मूल स्त्रोत है –
(अ) अपभ्रंश (ब) प्राकृत
(स) संस्कृत (द) पालि
सही उत्तर-(स)
29. योगरूढ़ शब्द का अर्थ है –
(अ) जिसमें कोई रूप परिवर्तन न हो
(ब) जिसका अर्थ निश्चित हो
(स) जिसकी कोई व्युत्पति ज्ञात न हो
(द) जो सामान्य अर्थ छोङकर विशेष अर्थ बताए
सही उत्तर-(द)
30. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तत्सम है?
(अ) कंगन (ब) कायर
(स) कुम्हार (द) कपाट
सही उत्तर-(द)
Tatsam Tadbhav Shabd
31. शब्द किसे कहते हैं?
(अ) एक या एक से अधिक ध्वनि समूह को
(ब) एक या एक से अधिक वर्ण समूह को
(स) एक या एक से अधिक सार्थक वर्ण समूह को
(द) ध्वनि की लघुतम इकाई हो
सही उत्तर-(स)
32. किस क्रम में देशज शब्द है?
(अ) तमन्ना (ब) भोंदू
(स) अग्नि (द) अक्षि
सही उत्तर-(ब)
33. निम्न में कौन-सा रूढ़ शब्द है?
(अ) वाचनालय (ब) समतल
(स) विद्यालय (द) पशु
सही उत्तर-(द)
34. चाय किस भाषा का शब्द है?
(अ) चीनी (ब) जापानी
(स) अंग्रेजी (द) फ्रेंच
सही उत्तर-(अ)
35. यौगिक शब्द कौन-सा है?
(अ) पंकज (ब) पाठशाला
(स) दिन (द) जलज
सही उत्तर-(ब)
36. किस क्रम में तद्भव शब्द नहीं है?
(अ) केला (ब) छीन
(स) घटिका (द) घिन
सही उत्तर-(स)
37. नीचे दिए गए विकल्पों में से तत्सम शब्द है –
(अ) पङौसी (ब) गोधूम
(स) बहू (द) शहीद
सही उत्तर-(ब)
38. किस क्रम में ’भद्र’ का तद्भव रूप है?
(अ) भला (ब) भद्दा
(स) बद (द) भदा
सही उत्तर-(अ)
39. जिन शब्दों के भाषा-स्रोत अज्ञात रहते है, उनको कहा जाता है –
(अ) तद्भव (ब) विदेशी
(स) देशज (द) अर्द्ध तत्सम
सही उत्तर-(स)
40. ’धरित्री’ का तद्भव रूप है –
(अ) धारिती (ब) धरती
(स) धरिता (द) धरितरी
सही उत्तर-(ब)
41. ’तत्सम’ शब्द में ’तत’ किस भाषा के लिए प्रयुक्त हुआ है?
(अ) पालि (ब) प्राकृत
(स) वैदिक संस्कृत (द) संस्कृत
सही उत्तर-(द)
42. निम्न में से यौगिक शब्द है –
(अ) कलश (ब) कमरा
(स) चतुर (द) रेखांकित
सही उत्तर-(द)
43. निम्नलिखित में से देशज शब्द नहीं है –
(अ) खिङकी (ब) बूट
(स) पाग (द) रींगङा
सही उत्तर-(ब)
44. कौनसा शब्द तद्भव है?
(अ) व्याकरण (ब) स्त्री
(स) गौतम (द) हाथी
सही उत्तर-(द)
45. उत्पत्ति के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं?
(अ) 3 (ब) 4
(स) 5 (द) 6
सही उत्तर-(ब)
46. कौनसा शब्द तत्सम है?
(अ) शिव (ब) घी
(स) सुनार (द) सिर
सही उत्तर-(अ)
Tatsam Tadbhav Shabd
47. किस क्रमांक का शब्द तत्सम है?
(अ) पत्थर (ब) पृष्ठ
(स) भगत (द) भीत
सही उत्तर-(ब)
48. ’साखी’ शब्द का तत्सम रूप है –
(अ) सखी (ब) शाखा
(स) राखी (द) साक्षी
सही उत्तर-(द)
49. किस क्रमांक का शब्द तत्सम है?
(अ) घोटक (ब) घी
(स) चाय (द) नंगा
सही उत्तर-(अ)
50. इनमें से कौनसा शब्द तत्सम नहीं है?
(अ) पाँत (ब) कान्त
(स) शान्त (द) श्रान्त
सही उत्तर-(स)
51. किस क्रमांक का शब्द तद्भव है?
(अ) मक्षिका (ब) मीत
(स) मुट्ठी (द) मोर
सही उत्तर-(अ)
52. इनमें से किस विकल्प में एक भी तत्सम शब्द नहीं है?
(अ) हस्त, पाद, मस्तक (ब) हाथ, मस्तक, पाँव
(स) हाथ, पाँव, माथा (द) हस्त, मस्तक, पाँव
सही उत्तर-(स)
53. किस क्रमांक का शब्द तत्सम है?
(अ) सींग (ब) साँवला
(स) सीख (द) शुष्क
सही उत्तर-(द)
54. इनमें से तद्भव है –
(अ) विकार (ब) खीर
(स) जीर्ण (द) सुन्दर
सही उत्तर-(ब)
55. किस क्रमांक का शब्द तद्भव है?
(अ) पीत (ब) बधिर
(स) वत्स (द) बणिक
सही उत्तर-(अ)
56. इनमें से कौनसा शब्द विदेशी नहीं है?
(अ) मिनिस्टर (ब) मास्टर
(स) स्टेशन (द) मिष्ठान्न
सही उत्तर-(द)
57. ’बादल’ का तत्सम शब्द है –
(अ) मेघ (ब) घन
(स) वारिद (द) वाष्प
सही उत्तर-(स)
58. किस क्रम में तद्भव शब्द है?
(अ) अक्षर (ब) अनार्य
(स) अंगुष्ठ (द) उबटन
सही उत्तर-(द)
59. किस क्रम में तत्सम शब्द है?
(अ) आमलक (ब) कतरन
(स) ऊँट (द) ईख
सही उत्तर-(अ)
60. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तत्सम है?
(अ) अग्र (ब) आग
(स) आज (द) आँख
सही उत्तर-(अ)
61. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्सम् है?
(अ) कुँवारा (ब) कूप
(स) कुल्हाङी (द) काठ
सही उत्तर-(ब)
62. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) अमिय (ब) उलूक
(स) इष्टिका (द) कुपुत्र
सही उत्तर-(अ)
63. निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) कर्पूर (ब) कर्त्तव्य
(स) अश्रु (द) कछुआ
सही उत्तर-(द)
64. किस क्रम में तत्सम शब्द नहीं है?
(अ) घोटक (ब) उष्ट्र
(स) मक्षिका (द) छतरी
सही उत्तर-(द)
65. किस क्रम में तद्भव शब्द है?
(अ) ओष्ठ (ब) उल्लू
(स) वानर (द) मृत्तिका
सही उत्तर-(ब)
66. ’रिपोर्ताज’ किस भाषा का शब्द है?
(अ) फ्रांसीसी (ब) अंग्रेजी
(स) पुर्तगाली (द) जापानी
सही उत्तर-(अ)
67. किस क्रम में तद्भव शब्द नहीं है?
(अ) चितेरा (ब) चर्वण
(स) छाँह (द) कुआँ
सही उत्तर-(ब)
68. किस क्रम में सभी तत्सम शब्द है?
(अ) ज्योति, जीभ, जेठ (ब) चकवा, चन्द्र, चूरण
(स) काठ, कातिक, कृष्ण (द) यति, यव, यज्ञ
सही उत्तर-(द)
69. किस क्रम में तत्सम रूप नहीं है?
(अ) मर्कटी (ब) श्मश्रु
(स) रीछ (द) लवंग
सही उत्तर-(स)
70. कौन-सा शब्द तद्भव नहीं है?
(अ) सूरज (ब) पंछी
(स) दूध (द) पुत्र
सही उत्तर-(द)
71. किस क्रमांक में सभी शब्द तत्सम नहीं है –
(अ) अमूल्य, दैत्य, दधि, स्वर्ण (ब) आम्र, स्वर्ण, कुपुत्र, कर्ण
(स) ओष्ठ, जिह्वा, हस्त, प्रस्तर (द) अक्षि, मुँह, क्षेत्र, पूत
सही उत्तर-(द)
72. ’कन्धा’ का तत्सम शब्द है –
(अ) इस्कन्ध (ब) स्कन्ध
(स) कक्षु (द) कन्धु
सही उत्तर-(ब)
73. ’दीदार’ शब्द किस भाषा का है?
(अ) अरबी (ब) फारसी
(स) हिन्दी (द) तुर्की
सही उत्तर-(ब)
74. इनमें से कौन-सा शब्द तत्सम है?
(अ) सूरज (ब) सावन
(स) रुक्ष (द) बिच्छु
सही उत्तर-(स)
75. इनमें से कौन-सा शब्द तद्भव है?
(अ) दन्त (ब) मृत्यु
(स) मत्स्य (द) कन्धा
सही उत्तर-(द)
76. निम्नलिखित में से देशज शब्द है –
(अ) नृत्य-नाच (ब) श्रृंगार-सिंगार
(स) चक्षु-आँख (द) दधि-दही
उत्तर-(स)
77. निम्नलिखित में से देशज शब्द है –
(अ) वत्स (ब) पछतावा
(स) नारियल (द) रेवङ
सही उत्तर-(द)
78. संकर (दो भाषाओं से निर्मित) शब्द इनमें से नहीं है-
(अ) टिकट घर (ब) रेलयात्री
(स) किताबघर (द) चिङियाघर
सही उत्तर-(द)
80. ’रिक्शा’ शब्द किस भाषा का है?
(अ) अरबी (ब) फारसी
(स) पुर्तगाली (द) जापानी
सही उत्तर-(ब)
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