आज की पोस्ट में हम हिंदी व्याकरण में विशेषण(Visheshan)को पढने वाले है। इसके अंतर्गत हम विशेष टॉपिक विशेषण की परिभाषा(Visheshan ki Paribhasha) , विशेषण किसे कहते है(Visheshan kise kahate Hain), विशेषण के भेद(Visheshan ke Bhed), विशेषण के उदाहरण(Visheshan ke Udaharan), adjective meaning in hindi,आदि को विस्तार से समझेंगे । इस आर्टिकल के अंत में परीक्षा उपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्न भी दिए गए है ।
विशेषण – Visheshan
Table of Contents
विशेषण किसे कहते है – Visheshan Kise Kahate Hain
परिभाषा :- सरल शब्दों मे समझें कि किसी भी व्यक्ति,वस्तु क़ो उसकी विशेष बात से दर्शाना या उसकी विशेषता बताना विशेषण(Adjective) कहलाता है।
उदाहरण :- काला घोड़ा, हरा पैन,ईमानदार आदमी ,दो लीटर दूध
स्पष्टीकरण– यहां काला, हरा, ईमानदार, दो लीटर विशेषण है जो संज्ञा शब्दों की विशेषता बता रहे है।
नोट :- विशेषण संज्ञा की व्याप्ति मर्यादित करता है जैसे सफ़ेद कुत्ता
- यहां कुत्ता कहने पर सब प्राणीयों का बोध होता है। कुत्ता कहने पर सभी रंगो के कुत्ते जुड़ जाते है । जिसकी संख्या ज़्यादा है और सफ़ेद कुत्ता कहने से उससे कम प्राणियों का बोध होता है। सिर्फ सफ़ेद रंग का कुत्ता। इस प्रकार विशेषण से सीमित मात्रा मे किसी वस्तु का बोध होता है ।
हम कुछ उदाहरण से विशेषण क़ो अच्छे से समझेंगे ।
उदाहरण-1
उसका मकान बहुत ऊँचा है।
स्पष्टीकरण – यहां मकान की विशेषता ऊँचा होना है
उदाहरण-2
सुरेश की कमीज बहुत सुंदर है।
स्पष्टीकरण – कमीज की सुंदरता के बारे मे बता रहे है
उदाहरण-3
तीनों बालक आ रहे है।
स्पष्टीकरण – यहा तीनो बालक की विशेषता बता रहे है।
उदाहरण-4
सीता दो मीटर पैदल चली।
स्पष्टीकरण – दो मीटर पैदल चलने की विशेषता बता रहे है
उदाहरण-5
ताजमहल बहुत सुंदर इमारत है।
स्पष्टीकरण – यहां ताजमहल की सुंदरता बता रहे है।
विशेषण परिभाषा (Visheshan in Hindi)
विशेषण की परिभाषा – Visheshan Ki Paribhasha
“संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाने वाले शब्दों को विशेषण(Visheshan) कहते है।” विशेषण का शाब्दिक अर्थ है – विशेषता बताना । विशेषण एक विकारी शब्द है । विशेषण शब्द वह विकारी शब्द है, जिससे संज्ञा या सर्वनाम शब्दो कि विशेषता पता चलती है। जिस प्रकार से हम किसी भी व्यक्ति या वस्तु का नाम लेने से पहले उस वस्तु के बारे मे कुछ विशेष बात करते है, तो वह उसकी विशेषता हुई ।
दोस्तो हिंदी में विकारी शब्द चार होते है –
- संज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
- क्रिया
तो आज हम विशेषण(Visheshan) को विस्तार से समझेंगे –
विशेषण के उदाहरण – Visheshan Ke Udaharan
जैसे : काला घोड़ा, मीठा आम, मोटा आदमी आदि
विशेषण के भेद – Visheshan Ke Bhed
विशेषण के भेद : विशेषण मूलतः चार प्रकार के होते है-
गुणवाचक विशेषण किसे कहते है – Gunvachak Visheshan Kise Kahate Hain
जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, रंग, आकार, अवस्था, स्थिति, स्वभाव, दशा, दिशा, स्पर्श, गंध, स्वाद आदि का बोध कराए, गुणवाचक विशेषण कहलाते हैं।
गुणवाचक विशेषण के उदाहरण – Gunvachak Visheshan ke Udaharan
- गुणबोधक : अच्छा, भला, शिष्ट, सभ्य, नम्र, सुशील, कर्मठ आदि।
- दोषबोधक : बुरा, अशिष्ट, असभ्य, उद्दंड, दुश्शील, आलसी आदि।
- रंगबोधक : काला, लाल, हरा, पीला, मटमैला, सफेद, चितकबरा आदि।
- कालबोधक : नया, पुराना, ताजा, प्राचीन, नवीन, क्षणिक, क्षणभंगुर आदि।
- स्थानबोधक : भारतीय, चीनी, राजस्थानी, जयपुरी, बिहारी, मद्रासी आदि।
- गंधबोधक : खुश्बूदार, सुगंधित, बदबूदार आदि।
- दिशाबोधक : पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी, भीतरी, बाहरी, ऊपरी आदि।
- अवस्थाबेाधक : गीला, सूखा, जला हुआ, पिघला हुआ आदि।
- दशाबोधक : रोगी, स्वस्थ, अस्वस्थ, अमीर, बीमार, सुखी, दुःखी, गरीब आदि।
- आकारबोधक : मोटा, छोटा, लम्बा, पतला, गोल, चपटा, अण्डाकार आदि।
- स्पर्शबोधक : कठोर, कोमल, मखमली, मुलायम, चिकना, खुरदरा आदि।
- स्वादबोधक : खट्टा, मीठा, कसैला, नमकीन, चरपरा, कङवा, तीखा आदि।
संख्यावाचक विशेषण किसे कहते है – Sankhya Vachak Visheshan kise kahate hain
जिन शब्दों द्वारा संज्ञा या सर्वनाम की संख्या संबंधी विशेषता बताई जाये, उन्हें संख्यावाचक विशेषण(Sankhya Vachak Visheshan) कहते है।
जैसे :
- मैदान में पाँच लङके खेल रहे है।
- कक्षा में कुछ छात्र बैठे है।
उक्त उदाहरणों में ’पाँच’ निश्चित संख्या तथा ’कुछ’ अनिश्चित संख्या का बोध कराते है।
संख्यावाचक विशेषण के भेद
अतः संख्यावाचक विशेषण के दो भेद होते है :
- निश्चित संख्यावाचक विशेषण
- अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
निश्चित संख्यावाचक विशेषण क्या है ?
जिन विशेषण शब्दों से निश्चित संख्या का बोध हो।
जैसे : दस आदमी, पन्द्रह लङके, पचास रूपये आदि।
निश्चित संख्यावाचक विशेषण के भेद
निश्चित संख्यावाचक विशेषण के भी चार प्रभेद होते हैं :
- गणनावाचक : एक, दो, तीन, चार………
- क्रमवाचक : पहला, दूसरा, तीसरा, चौथा……..
- आवृतिवाचक : दुगुना, तिगुना, चौगुना……………
- समुदायवाचक : दोनों, तीनों, चारों…………
अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण क्या है ?
जिन विशेषण शब्दों से निश्चित संख्या का बोध न हो।
जैसे : कुछ आदमी, बहुत लङके, थोङे से रूपये आदि।
अन्य उदाहरण :
- आज भी देश में लाखों लोग भूखमरी के शिकार है।
- रेल दुर्घटना में सैकङों यात्री घायल हो गए।
- मुझे हजार-दो हजार रूपये दे दो।
- कल सभा में लगभग एक हजार व्यक्ति थे।
अर्थात संख्यावाचक विशेषण में संख्यावाचक शब्दों का प्रयोग किया जाता है
परिणामवाचक विशेषण किसे कहते है – Pariman vachak visheshan kise kahate hain
वे शब्द जो विशेष्यों की मात्रा (नाप, माप, तौल) का बोध कराते हैं, परिमाणवाचक विशेषण कहलाते है। ध्यान रखें कि परिमाणवाचक विशेषण में माप तौल की इकाई जरुर दी होगी l इस विशेषण का एकमात्र विशेष्य द्रव्यवाचक संज्ञा है।
जैसे :
- थोङा दूध दीजिए, बच्चा भूखा है।
- रामू के खेत में दस क्विंटल गेहूँ पैदा हुए।
उक्त वाक्यों में थोङा दूध अनिश्चयवाचक परिमाण तथा दस क्विंटल निश्चित परिमाण का बोध कराते हैं। इसी आधार पर परिमाणवाचक विशेषण के भी दो भेद होते हैं l जो निम्न है :
परिमाणवाचक विशेषण के भेद
- निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
- अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
निश्चित परिमाणवाचक विशेषण क्या है ?
जो निश्चित मात्रा का बोध कराये।
जैसे :
- दो मीटर कपङा
- पाँच लीटर तेल
- एक क्विंटल चावल आदि।
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण क्या है ?
जो निश्चित मात्रा का बोध न कराये।
जैसे : सारा कपङा, ज्यादा लीटर तेल, अधिक चावल आदि।
संख्यावाचक एवं परिमाणवाचक विशेषण में अंतर
- ⇒ संख्यावाचक में गणना होती है जबकि परिमाणवाचक में नापा या तौला जाता है।
- ⇒संख्यावाचक में संख्या के बाद कोई संज्ञा या सर्वनाम शब्द होता है जबकि परिमाणवाचक में संख्या के बाद नाप, माप, तौल की इकाई होती है और उसके बाद पदार्थ (जातिवाचक संज्ञा) होता है।
सार्वनामिक/संकेतवाचक विशेषण क्या है – Sarvanamik vachak visheshan Kya Hain
वे विशेषण शब्द जो संज्ञा शब्द की ओर संकेत के माध्यम से विशेषता प्रकट करते है, संकेतवाचक विशेषण कहलाता है। चूँकि ये सर्वनाम शब्द होते हैं जो विशेषण की तरह प्रयुक्त होते हैं अतः इन्हें सार्वनामिक विशेषण भी कहते है।
सार्वनामिक विशेषण और सर्वनाम में अंतर
यदि इन शब्दों का प्रयोग संज्ञा या सर्वनाम शब्द से पहले हो, तो यह सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं और यदि ये अकेले अर्थात् संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त हेा तो सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे :
- यह लङकी बहुत बुद्धिमती है। (सार्वनामिक विशेषण)
- यह बहुत बुद्धिमती है। (निश्चयवाचक विशेषण)
- उस देवी को मैं आज भी याद करता हूँ। (सार्वनामिक विशेषण)
- उसको मैं आज भी याद करता हूँ। (निश्चयवाचक विशेषण)
नोट : कुछ विद्वान विशेषण का एक भेद और स्वीकार करते हैं।
व्यक्तिवाचक विशेषण – Vyakti vachak visheshan
वे विशेषण, जो व्यक्तिवाचक संज्ञाओं से बनकर अन्य संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाते है उन्हें व्यक्तिवाचक विशेषण कहते है।
जैसे : भारतीय सैनिक, जापानी खिलौने, जयपुरी रजाइयाँ, जोधपुरी जूती, बनारसी साङी, कश्मीरी सेब, बीकानेरी भुजिया आदि।
गुणवाचक विशेषण की तुलना
जिन विशेषणों के द्वारा दो या अधिक विशेष्यों के गुण-अवगुण की तुलना की जाती है, उन्हें ‘तुलनाबोधक विशेषण’ कहते हैं। तुलनात्मक दृष्टि से एक ही प्रकार की विशेषता बताने वाले पदार्थों या व्यक्तियों में मात्रा का अंतर होता है।
तुलना के विचार से विशेषणों की तीन विशेषताएँ होती है।
- मूलावस्था
- उत्तरावस्था
- उत्तमावस्था
1. मूलावस्था: इसके अंतर्गत विशेषणों का मूल रूप आता है। इस अवस्था में तुलना नहीं होती, सामान्य विशेषताओं का उल्लेख मात्र होता है।
जैसे -राम सुन्दर है।
2. उत्तरावस्थाः जब दो व्यक्तियों या वस्तुओं के बीच अधिकता या न्यूनता की तुलना होती है, तब उसे विशेषण की उत्तरावस्था कहते हैं।
जैसे – राम श्याम से सुन्दर है।
3. उत्तमावस्था: यह विशेषण की सर्वाेत्तम अवस्था है। जब दो से अधिक व्यक्तिओं या वस्तुओं के बीच तुलना की जाती है और उनमें से एक को श्रेष्ठता या निम्नता दी जाती है, तब विशेषण की उत्तमावस्था कहलाती है।
जैसे- राम सबसे सुन्दर है।
ऊपर बताये गए तरीके के अलावा विशेषण की मूलावस्था में तर और तम लगाकर उसके उत्तरावस्था और उत्तमावस्था को तुलनात्मक दृष्टि से दिखाया जाता है। इस प्रकार के कुछ उदाहरण देखे जा सकते हैं-
गुणवाचक विशेषण की अवस्थाएँ
मूलावस्था | उत्तरावस्था | उत्तमावस्था |
प्रिय | प्रियतर | प्रियतम |
लघु | लघुतर | लघुतम |
कोमल | कोमलतर | कोमलतम |
निम्न | निम्नतर | निम्नतम |
सुन्दर | सुन्दरतर | सुन्दरतम |
उच्च | उच्चतर | उच्चतम |
अधिक | अधिकतर | अधिकतम |
महत् | महत्तर | महत्तम |
योग्य | योग्यतर | योग्यतम |
सरल | सरलतर | सरलतम |
कठोर | कठोरतर | कठोरतम |
मधुर | मधुरतर | मधुरतम |
न्यून | न्यूनतर | न्यूनतम |
निकट | निकटतर | निकटतम |
कटु | कटुतर | कटुतम |
महान | महानतर | महानतम |
विशाल | विशालतर | विशालतम |
दृढ़ | दृढ़तर | दृढ़तम |
मृदु | मृदुतर | मृदुतम |
तीव्र | तीव्रतर | तीव्रतम |
तीक्ष्ण | तीक्ष्णतर | तीक्ष्णतम |
निर्बल | निर्बलतर | निर्बलतम |
बलिष्ठ | बलिष्ठतर | बलिष्ठतम |
गुरु | गुरुतर | गुरुतम |
विशेषण शब्द लिस्ट – Visheshan in Hindi Examples
संज्ञा से विशेषण शब्द – Sangya se Visheshan banana
स्वतंत्र रूप में विशेषणों की संख्या कम है। आवश्यकतानुसार संज्ञा से ही विशेषणों को बनाया जाता है।
संज्ञा | विशेषण |
अंक | अंकित |
अलंकार | अलंकारिक |
अर्थ | आर्थिक |
अग्नि | आग्नेय |
अंचल | आंचलिक |
अपेक्षा | अपेक्षित |
अनुशासन | अनुशासित |
अपमान | अपमानित |
अंश | आंशिक |
अधिकार | अधिकारी |
अभ्यास | अभ्यस्त |
आदर | आदरणीय |
आदि | आदिम |
आधार | आधारित, आधृत |
आत्मा | आत्मिक |
इच्छा | ऐच्छिक |
इतिहास | ऐतिहासिक |
ईश्वर | ईश्वरीय/ऐश्वर्य |
उपेक्षा | उपेक्षित |
उत्कर्ष | उत्कृष्ट |
उद्योग | औद्योगिक |
उपनिषद् | औपनिषदिक |
उपन्यास | औपन्यासिक |
उपार्जन | उपार्जित |
उपदेश | उपदेशात्मक, उपदिष्ट |
उपनिवेश | औपनिवेशिक |
उन्नति | उन्नतिशील |
ऋण | ऋणी |
कल्पना | कल्पित |
काम | काम्य |
केन्द्र | केन्द्रीय |
कृपा | कृपालु |
कपट | कपटी |
कुल | कुलीन |
कुसुम | कुसुमि |
गंगा | गांगेय |
गुण | गुणवान |
ग्राम | ग्रामीण/ग्राम्य |
घर | घरेलू |
घृणा | घृणित |
चर्चा | चर्चित |
चरित्र | चारित्रिक |
चक्षु | चाक्षुष |
चाचा | चचेरा |
चमक | चमकीला |
चाय | चायवाला |
छल | छलिया |
जाति | जातीय |
तर्क | तार्किक |
तत्व | तात्विक |
तंत्र | तांत्रिक |
तिरस्कार | तिरस्कृत |
तरंग | तरंगिनी |
दर्शन | दर्शनीय |
दान | दानी |
देश | देशीय/देशी |
देव | दिव्य/दैविक |
देह | दैहिक |
दया | दयालु |
धर्म | धार्मिक |
धन | धनी |
ध्वनि | ध्वनित |
नगर | नागरिक |
निशा | नैश |
निषेध | निषिद्ध |
नरक | नारकीय |
न्याय | न्यायिक |
नमक | नमकीन |
नील | नीला |
पशु | पाश्विक |
परीक्षा | परीक्षित |
प्रमाण | प्रामाणिक |
पाप | पापी |
पिता | पैतृक |
परिचय | परिचित |
पल्लव | पल्लवित |
प्राची | प्राच्य |
प्रणाम | प्रणम्य |
विशेषण शब्दों की रचना
संज्ञा | विशेषण |
पुष्टि | पौष्टिक |
पुराण | पौराणिक |
पक्ष | पाक्षिक |
पुष्प | पुष्पित |
पूजा | पूज्य |
पुत्र | पुत्रवती |
प्यास | प्यासा |
फेन | फेनिल |
बुद्ध | बौद्ध |
बल | बली |
भारत | भारतीय |
भाव | भावुक |
भोग | भोगी |
मन | मनस्वी |
भूगोल | भौगोलिक |
भोजन | भोज्य |
मानस | मानसिक |
माता | मातृक |
मंगल | मांगलिक |
मामा | ममेरा |
मेधा | मेधावी |
मर्म | मार्मिक |
मास | मासिक |
यश | यशस्वी |
योग | यौगिक |
राज | राजकीय |
रंग | रंगीन/रंगीला |
राष्ट्र | राष्ट्रीय |
रस | रसीला/रसिक |
रोम | रोमिल |
रूप | रूपवान/रूपवती |
रोग | रोगी |
लक्षण | लाक्षणिक |
लेख | लिखित |
वेद | वैदिक |
विशेष | विशिष्ट |
विकल्प | वैकल्पिक |
विवाह | वैवाहिक |
विज्ञान | वैज्ञानिक |
विश्वास | विश्वसनीय,विश्वस्त |
वर्ग | वर्गीय |
व्यक्ति | वैयक्तिक |
व्यापार | व्यापारिक |
विपति | विपन्न |
वाद | वादी |
समय | सामयिक |
साहित्य | साहित्यिक |
स्तुति | स्तुत्य |
समुदाय | सामुदायिक |
सिद्धान्त | सैद्धान्तिक |
स्त्री | स्त्रैण |
सुख | सुखी |
श्री | श्रीमान् |
संस्कृत | सांस्कृतिक |
सभा | सभ्य |
स्वर्ण | स्वर्णिम |
शक्ति | शाक्त |
शिक्षा | शैक्षिक |
शास्त्र | शास्त्रीय |
शंका | शंकित |
शिव | शैव |
शोषण | शोषित |
शासन | शासित |
हृदय | हार्दिक |
हवा | हवाई |
हँसी | हँसोङा |
हिंसा | हिंसक |
श्रद्धा | श्रद्धालु |
ज्ञान | ज्ञानी |
विरोध | विरोधी |
क्षेत्र | क्षेत्रीय |
क्षण | क्षणिक |
प्यार | प्यारा |
समाज | सामाजिक |
जयपुर | जयपुरी |
विष | विषैला |
बुद्धि | बुद्धिमान |
गुण | गुणवान |
दूर | दूरस्थ |
शहर | शहरी |
क्रोध | क्रोधी |
शरीर | शारीरिक |
शक्ति | शक्तिमान |
रूप | रूपवान |
सृजन | सृजनहार |
पालन | पालनहार |
रथ | रथवाला |
दूध | दूधवाला |
भूख | भूखा |
स्वर्ग | स्वर्गीय |
चमक | चमकीला |
नोक | नुकीला |
विशेषण शब्दों की रचना
संज्ञा | विशेषण |
धन | धनहीन |
तेज | तेजहीन |
दया | दयाहीन |
मन | मानसिक |
अभिषेक | अभिषिक्त |
अनुराग | अनुरागी |
अन्याय | अन्यायी |
आश्रय | आश्रित |
अनुमोदन | अनुमोदित |
ईसा | ईस्वी |
उन्नति | उन्नत |
अनुभव | अनुभवी |
अन्तर | आन्तरिक |
अंकन | अंकित |
आसक्ति | आसक्त |
अणु | आणविक |
अपराध | अपराधी |
ईर्ष्या | ईर्ष्यालु |
उपयोग | उपयुक्त |
ऋषि | आर्ष |
ओष्ठ | ओष्ठ्य |
कांटा | कंटीला |
कागज | कागजी |
क्रम | क्रमिक |
कमाई | कमाऊ |
क्रय | क्रीत |
कलंक | कलंकित |
खून | खूनी |
खेल | खिलाङी |
खान | खनिज |
गर्व | गर्वीला |
घनिष्ठता | घनिष्ठ |
गुलाब | गुलाबी |
गर्मी | गर्म |
घाव | घायल |
जटा | जटिल |
चाचा | चचेरा |
जहर | जहरीला |
जागरण | जाग्रत |
जंगल | जंगली |
त्याग | त्याज्य |
तन्त्र | तान्त्रिक |
देश | देशी |
दम्पति | दाम्पत्य |
नाटक | नाटकीय |
निन्दा | निन्द्य/निन्दनीय |
दगा | दगाबाज |
धर्म | धार्मिक |
नाव | नाविक |
निषेध | निषिद्ध |
पुस्तक | पुस्तकीय |
पराजय | पराजित |
परिचय | परिचित |
पृथ्वी | पार्थिक |
कुटुम्ब | कौटुम्बिक |
किताब | किताबी |
काल | कालीन |
क्लेश | किलष्ट |
करुणा | करुण |
खर्च | खर्चीला |
खाना | खाऊ |
ख्याति | ख्यात |
गृहस्थ | गार्हस्थ्य |
गांव | गंवार |
विशेषण शब्दों की रचना
संज्ञा | विशेषण |
गेरु | गेरुआ |
घमण्ड | घमण्डी |
घात | घातक |
चर्चा | चर्चित |
चिन्ता | चिन्त्य |
चरित्र | चारित्रिक |
जवाब | जवाबी |
जाति | जातीय |
ताप | तप्त |
दन्त | दन्त्य |
दिन | दैनिक |
नियम | नियमित |
पत्थर | पथरीला |
पुरुष | पौरुषेय |
प्रान्त | प्रान्तीय |
प्रदेश | प्रादेशिक |
पाठक | पाठकीय |
पश्चिम | पाश्चात्य |
प्रशंसा | प्रशंसनीय |
परिवार | पारिवारिक |
फल | फलित |
भूत | भौतिक |
भाषा | भाषिक |
भय | भयानक |
मोह | मोहक/मोहित |
मिथिला | मैथिल |
मथुरा | माथुर |
मुख | मौखिक |
मूल | मौलिक |
यज्ञ | याज्ञिक |
यदु | यादव |
रसीद | रसीदी |
राष्ट्र | राष्ट्रीय |
राह | राही |
लज्जा | लज्जित |
लोभ | लोभी |
विकार | विकृत |
वन्दना | वन्द्य/वन्दनीय |
वियोग | वियोगी |
संसार | सांसारिक |
स्वभाव | स्वाभाविक |
पानी | पानीय/पेय |
पुष्टि | पौष्टिक |
प्रसंग | प्रासंगिक |
बल | बलिष्ठ |
भ्रम | भ्रामक/भ्रमित |
भूषण | भूषित |
भूख | भूखा |
माधुर्य | मधुर |
मूर्च्छा | मूर्छित |
मनु | मानव |
मर्म | मार्मिक |
मांस | मांसल |
मृत्यु | मत्र्य |
योग | योगी |
यश | यशपाल |
रुद्र | रौद्र |
राक्षस | राक्षसी |
रोमांच | रोमांचित |
लाठी | लठैत |
लोहा | लौह |
विस्मय | विस्मित |
विपति | विपन्न |
व्यवसाय | व्यावसायिक |
विजय | विजयी |
विवेक | विवेकी |
विधान | वैधानिक |
वेतन | वैतनिक |
विषय | विषयी |
वास्तव | वास्तविक |
समाज | सामाजिक |
स्वप्न | स्वप्निल |
स्मृति | स्मार्त |
संकेत | सांकेतिक |
शिव | शैव |
शास्त्र | शास्त्रीय |
हिंसा | हिसंक |
सम्बन्ध | सम्बन्धी |
विदेश | विदेशी/वैदेशिक |
शरद् | शारदीय |
देहली | देहलवी |
बरेली | बरेलवी |
मुरादाबाद | मुरादाबादी |
सूर्य | सौर |
समास | सामासिक |
सन्देह | संदिग्ध |
सिन्धु | सैन्धव |
सोना | सुनहरा |
शौक | शौकीन |
शास्त्र | शास्त्रीय |
श्याम | श्यामल |
शृंगार | शृंगारिक |
क्षमा | क्षम्य |
विष्णु | वैष्णव |
स्तुति | स्तुत्य |
स्वदेश | स्वदेशी |
नीति | नैतिक |
संयोग | संयुक्त |
लखनऊ | लखनवी |
पहाङ | पहाङी |
विशेषण अभ्यास प्रश्न – Visheshan ke Abhyas prashn
1. विशेषण के भेदों का सही समूह है –
(अ) व्यक्तिवाचक, गुणवाचक, संबंधवाचक, सार्वनामिक
(ब) गुणवाचक, परिणामवाचक, संख्यावाचक, भाववाचक
(स) व्यक्तिवाचक, संबंधवाचक, निश्चयवाचक, निजवाचक
(द) गुणवाचक, परिमाणवाचक, संख्यावाचक, सार्वनामिक ✔️
2. ’उत्कर्ष’ से विशेषण क्या बनेगा ?
(अ) अपकर्ष (ब) अवकर्ष
(स) उत्कृष्ट ✔️ (द) अधोकृष्ट
3. अर्थ की दृष्टि से विशेषण के कितने भेद माने गए हैं –
(अ) चार ✔️ (ब) तीन
(स) पाँच (द) छह
4. निम्नलिखित वाक्यों में से एक वाक्य में विशेषण सम्बन्धी अशुद्धि नहीं है, वह कौन-सा है?
(अ) उसमें एक गोपनीय रहस्य है।
(ब) आप जैसा अच्छा सज्जन कौन होगा।
(स) कहीं से खूब ठण्डा बर्फ लाओ।
(द) वहाँ ज्वर की सर्वोत्कृष्ट चिकित्सा होती है। ✔️
5. विशेष्य किसे कहते हैं –
(अ) जो विशेषता बताई जाए
(ब) जिसकी विशेषता बताई जाए ✔️
(स) जो विशेषता बताए
(द) इनमें से कोई नहीं
6. ’आलस्य’ संज्ञा का विशेषण रूप क्या है?
(अ) आलस (ब) अलसता
(स) आलसी ✔️ (द) आलसीपन
7. संज्ञा या सर्वनाम के गुण, आकार, रंग, दशा, काल और स्थान का बोध करानेवाले विशेषण हैं –
(अ) परिमाणवाचक (ब) गुणवाचक ✔️
(स) संख्यावाचक (द) सार्वनामिक
8. ’शक्ति’ शब्द से बननेवाला विशेषण कौनसा नहीं है?
(अ) शक्तिशाली (ब) शाक्त
(स) शक्तिमान (द) शक्तियाँ ✔️
9. ’दानवीर कर्ण का सभी स्मरण करते हैं।’ वाक्य का ’दानवीर’ शब्द कौनसा विशेषण है?
(अ) परिमाण वाचक (ब) गुणवाचक ✔️
(स) संख्यावाचक (द) सार्वनामिक
10. निम्नलिखित शब्दों में कौनसा शब्द विशेषण है?
(अ) सच्चा ✔️ (ब) शीतलता
(स) नम्रता (द) देवत्व
11. अच्छा-बुरा, सुगंधित, उत्तरी-पूर्वी, प्राचीन आदि विशेषण किस प्रकार के हैं –
(अ) परिमाणवाचक (ब) संख्यावाचक
(स) गुणवाचक ✔️ (द) स्थानवाचक
12. निम्नलिखित में से प्रविशेषण शब्द है –
(अ) गहरा कुआँ (ब) बहुत खर्च
(स) निपट अनाङी ✔️ (द) शांत लङका
13. ’संस्कृति’ संज्ञा किस विशेषण शब्द से बना है?
(अ) संस्कृत ✔️ (ब) सुकृति
(स) सांस्कृतिक (द) संस्कार
14. निम्नांकित में विशेषण है?
(अ) सुलेख (ब) आकर्षक ✔️
(स) हव्य (द) पौरुष
15. निम्नलिखित में से विशेषण शब्द है –
(अ) नारी (ब) सुबह
(स) पिता (द) पैतृक ✔️
16. ’मानव’ शब्द से विशेषण बनेगा –
(अ) मनुष्य (ब) मानवीकरण
(स) मानवता (द) मानवीय ✔️
17. ’आदर’ शब्द से विशेषण बनेगा –
(अ) आदरकारी (ब) आदरपूर्वक
(स) आदरणीय ✔️ (द) इनमें से कोई नहीं
18. ’पाणिनि’ का विशेषण क्या होगा?
(अ) पाणनीय (ब) पाणिनीय ✔️
(स) पाणीनी (द) पाणिनी
19. ’आतंकवाद से पीङित मानवता की पुकार अनसुनी नहीं की जा सकती है।’ वाक्य में ’पीङित’ शब्द है –
(अ) भाववाचक संज्ञा (ब) परिमाणवाचक विशेषण
(स) गुणवाचक विशेषण ✔️ (द) संख्यावाचक विशेषण
20. इनमें से गुणवाचक विशेषण कौन-सा है ?
(अ) चौगुना (ब) नया ✔️
(स) तीन (द) कुछ
विशेषण के वस्तुनिष्ठ प्रश्न – Visheshan in Hindi
21. किस वाक्य में ’अच्छा’ शब्द का प्रयोग विशेषण के रूप में हुआ है?
(अ) तुमने अच्छा किया जो आ गए।
(ब) यह स्थान बहुत अच्छा है। ✔️
(स) अच्छा, तुम घर जाओ।
(द) अच्छा है, वह अभी आ जाए।
22. विशेषण किस शब्द की विशेषता बताते हैं ?
(अ) कारक की (ब) संज्ञा की
(स) सर्वनाम की (द) संज्ञा और सर्वनाम की ✔️
23. निम्नलिखित में से गुणवाचक विशेषण समूह है –
(अ) थोङा, कुछ, पाश्चात्य, गंभीर, ढेर सारा
(ब) एक दर्जन, वह, पतली, प्रत्येक, थोङा
(स) कठोर, खुरदरा, जापानी, स्वस्थ, कसैला ✔️
(द) थोङा, कुछ, खुरदरा, प्रत्येक, वह
24. विशेषण का प्रयोग होता है –
(अ) विशेष्य के पहले (ब) विशेष्य के बाद
(स) उपर्युक्त दोनों ✔️ (द) उपर्युक्त कोई नहीं
25. जयपुरी रजाइयाँ जयपुर का महत्त्वपूर्ण उत्पादन है। इस वाक्य में विशेषण है –
(अ) जयपुरी-उत्पादन (ब) महत्त्वपूर्ण-भारत
(स) महत्त्वपूर्ण-रजाइयाँ (द) जयपुरी-महत्त्वपूर्ण ✔️
26. निम्न में से कौनसा संख्यावाचक विशेषण का प्रकार है?
(अ) समूहवाचक (ब) गणनावाचक
(स) क्रमवाचक (द) उपर्युक्त सभी ✔️
27. ’आँखों की ज्योति के लिए हरा रंग अच्छा माना गया है’ वाक्य में विशेषण है –
(अ) रंग (ब) ज्योति
(स) हरा ✔️ (द) अच्छा
28. ’बहुत-कुछ’ शब्द किस संख्यावाचक विशेषण का प्रकार है?
(अ) अनिश्चित संख्यावाचक ✔️
(ब) गणनावाचक
(स) क्रमवाचक
(द) प्रत्येक बोधक
29. संज्ञा या सर्वनाम की माप-तौल संबंधी विशेषता को प्रकट करने वाले शब्दों को कहते हैं –
(अ) परिमाणवाचक विशेषण ✔️
(ब) परिणामवाचक विशेषण
(स) सार्वनामिक विशेषण
(द) संख्यावाचक विशेषण
30. प्रविशेषण किसे कहते हैं?
(अ) विधेय की विशेषता बतानेवाला शब्द
(ब) विशेष्य की विशेषता बतानेवाला शब्द
(स) विशेषण की विशेषता बतानेवाला शब्द ✔️
(द) विशेषण के पूर्व लगनेवाला विशेषण
31. परिमाणवाचक विशेषण कितने प्रकार के माने गए हैं-
(अ) दो ✔️ (ब) तीन
(स) चार (द) इनमें से कोई नहीं
32. सार्वनामिक विशेषण कहाँ आते हैं?
(अ) सर्वनाम के बाद (ब) संज्ञा के पहले ✔️
(स) संज्ञा के बाद (द) उपर्युक्त कोई नहीं
33. ’यह गाय प्रतिदिन पाँच लीटर दूध देती है।’ रेखांकित शब्द में विशेषण है –
(अ) अनिश्चित परिमाणवाचक
(ब) निश्चित परिमाणवाचक ✔️
(स) गुणवाचक
(द) संख्यावाचक
34. इन शब्दों में से कौनसा विशेषण अविकारी है?
(अ) बुरा (ब) पतला
(स) मधुर ✔️ (द) सीधा
35. जिन विशेषणों के द्वारा संज्ञा या सर्वनाम के निश्चित परिमाण का बोध नहीं होता, कहलाते हैं –
(अ) निश्चित परिमाणवाचक
(ब) संख्यावाचक
(स) अनिश्चित परिमाणवाचक ✔️
(द) सार्वनामिक
36. निम्न में से कौनसा तुलनात्मक विशेषण नहीं है?
(अ) सुन्दरतम (ब) सुन्दरतर
(स) सुन्दर ✔️ (द) से सुन्दर
37. ’वह ढेर सारे खिलौने लाया है।’ वाक्य में रेखांकित शब्द है –
(अ) निश्चित परिमाणवाचक सर्वनाम
(ब) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
(स) अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
(द) निश्चित संख्यावाचक सर्वनाम ✔️
38. निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण की दृष्टि से अशुद्ध कौनसा है?
(अ) मधु बहुत चंचला है।
(ब) कमरा खाली नहीं है।
(स) गुङिया कुरूप है।
(द) गुङिया बारीक नाचती है। ✔️
39. निम्नलिखित में से विशेषण है –
(अ) चिकना ✔️ (ब) आम
(स) ममता (द) हरियाली
40. ’यह’ शब्द से बना विशेषण क्या है?
(अ) ऐसा ✔️ (ब) इसका
(स) ये (द) वैसा
विशेषण के प्रश्न – Visheshan ke prashn
41. विशेषण परिमाणवाचक है या संख्यावाचक इसकी पहचान होगी –
(अ) वस्तु गिनने योग्य है या मापने-तौलने योग्य ✔️
(ब) वस्तु की मात्रा के आधार पर
(स) वस्तु के वजन के आधार पर
(द) वस्तु की माप के आधार पर
42. विशेषण-विशेष्य का कौनसा युग्म अशुद्ध है?
(अ) श्रेष्ठ व्यक्ति (ब) सुंदरी लङकी
(स) गोल प्रश्न ✔️ (द) दो किलो घी
43. ’वह पुस्तक अच्छी है’ में ’वह’ शब्द है –
(अ) सर्वनाम
(ब) सार्वनामिक विशेषण ✔️
(स) निश्चित गुणवाचक विशेषण
(द) निश्चयवाचक सर्वनाम
44. संज्ञा से बने विशेषण का कौनसा युग्म अशुद्ध है?
(अ) दिन-दैनिक (ब) सुख-सुखी
(स) धन-धनिक (द) कंगाल-कंगाली ✔️
45. विशेष्य से पूर्व प्रयुक्त होने वाले विशेषणों को कहते हैं –
(अ) उद्देश्य विशेषण ✔️ (ब) विधेय विशेषण
(स) सार्वनामिक विशेषण (द) प्रविशेषण
46. विशेषण की अवस्थाओं को कहा जाता है –
(अ) मूल अवस्था (ब) उत्तरावस्था
(स) उत्तम अवस्था (द) उपर्युक्त तीनों ✔️
47. ’यदि व्यक्ति ईमानदार हो तो उसका सर्वत्र सम्मान होता है।’ वाक्य में ईमानदार शब्द के विशेषण रूप का चुनाव कीजिए –
(अ) उद्देश्य विशेषण
(ब) विधेय-विशेषण
(स) गुणवाचक विधेय विशेषण ✔️
(द) गुणवाचक उद्देश्य विशेषण
48. विशेषण की कितनी अवस्थाएँ होती हैं?
(अ) तीन ✔️ (ब) चार
(स) पाँच (द) छह
49. विशेषण की भी विशेषता बताने वाले शब्दों को कहते हैं –
(अ) विकारी विशेषण (ब) अविकारी विशेषण
(स) प्रविशेषण ✔️ (द) क्रिया विशेषण
Visheshan in Hindi Examples
50. प्रयोग के आधार पर संख्यावाचक विशेषण के कितने भेद हैं?
(अ) छह (ब) सात ✔️
(स) आठ (द) पाँच
51. निम्नलिखित में से कौन-से अपूर्णांकबोधक संख्यावाचक विशेषण के उदाहरण हैं?
(अ) एक, दो, तीन, दस, पचास, सौ
(ब) आधा, पाव, तिहाई, डेढ़, पौन ✔️
(स) पहला, दूसरा, पाँचवा, दसवाँ
(द) दुगुना, इकहरा, दसगुना
52. ’गीता सबसे कुरूप है’ वाक्य में विशेषण के कितने भेद हैं?
(अ) प्रथमावस्था (ब) उत्तमावस्था ✔️
(स) उत्तरावस्था (द) मूलावस्था
53. निम्नलिखित में से विशेषण चुनिए।
(अ) भलाई (ब) मिठास
(स) थोङा ✔️ (द) लालच
54. निम्नलिखित में कौन सी अवस्था विशेषण की नहीं है?
(अ) मूलावस्था (ब) उत्तमावस्था
(स) उत्तरावस्था (द) मध्यावस्था ✔️
55. निम्नलिखित वाक्य में ’कुछ’ शब्द विशेषण है, उसका भेद छाँटिए –
कुछ बच्चे कक्षा में शोर मचा रहे थे।
(अ) गुणवाचक विशेषण
(ब) अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
(स) सार्वनामिक विशेषण
(द) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण ✔️
56. ’मुझे थोङा घी चाहिए’ वाक्य में ’थोङा’ शब्द में कौनसा विशेषण है?
(अ) निश्चित संख्यावाचक
(ब) अनिश्चित संख्यावाचक
(स) अनिश्चित परिमाणवाचक ✔️
(द) निश्चित परिमाणवाचक
57. ’’बहुत तेज बारिश हो रही थी’’ वाक्य में प्रविशेषण क्या है?
(अ) बहुत ✔️ (ब) तेज
(स) बारिश (द) हो रही
58. ’’यह दृश्य अति सुन्दर है’’ वाक्य में ’अति’ क्या है?
(अ) क्रिया (ब) विशेषण
(स) संज्ञा (द) प्रविशेषण ✔️
59. ’’सब चूहे पकङ में आ गए’’ वाक्य में विशेषण कौनसा है?
(अ) गुणवाचक (ब) परिमाणबोधक
(स) स्थानवाचक (द) अनिश्चित संख्यावाचक ✔️
60. ’’बगीचे में सुंदर फूल खिले हैं’’ वाक्य में कौनसा विशेषण है?
(अ) संख्यावाचक (ब) गुणवाचक ✔️
(स) परिमाणवाचक (द) सार्वनामिक
61. ’’वह दसवीं कक्षा में पढ़ता है’’ वाक्य में कौनसा विशेषण है?
(अ) निश्चित संख्यावाचक ✔️
(ब) अनिश्चित संख्यावाचसक
(स) गुणवाचक
(द) परिमाणवाचक
62. ’’प्रधानमंत्री का आवास पाँचवें रास्ते पर है’’ वाक्य में कौनसा विशेषण प्रयुक्त हुआ है?
(अ) निश्चित संख्यावाचक (ब) क्रमवाचक ✔️
(स) कालवाचक (द) स्थानवाचक
63. विशेष्य से पहले आनेवाले विशेष्य को क्या कहते हैं?
(अ) क्रिया विशेषण (ब) प्रविशेषण
(स) उद्देश्य विशेषण ✔️ (द) विधेय विशेषण
64. ’’कुछ लङकियाँ आ रहीं हैं’’ वाक्य में प्रयुक्त विशेषण है?
(अ) संख्यावाचक (ब) परिणामवाचक
(स) गुणवाचक (द) अनिश्चय संख्यावाचक ✔️
65. किसी व्यक्ति के रूप-गुण आदि को व्यक्त करने वाले विशेषण को क्या कहा जाता है?
(अ) सार्वनामिक विशेषण
(ब) परिमाणवाचक विशेषण
(स) व्यक्तिवाचक विशेषण
(द) गुणवाचक विशेषण ✔️
66. ’’गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम औषधि है’’ वाक्य में कौनसा विशेषण प्रयुक्त हुआ है?
(अ) सार्वनामिक (ब) गुणवाचक ✔️
(स) परिमाणवाचक (द) संख्यावाचक
67. संज्ञा-सर्वनाम की विशेषता सर्वनाम से प्रकट करने वाले विशेषण का क्या कहते हैं?
(अ) गुणवाचक (ब) सार्वनामिक ✔️
(स) व्यक्तिवाचक (द) परिमाणवाचक
68. ’’परिश्रमी छात्र सदा सफल होते हैं’’ वाक्य मंें प्रयुक्त विशेषण है –
(अ) परिमाणवाचक (ब) संख्यावाचक
(स) गुणवाचक ✔️ (द) सार्वनामिक
69. ’’मै’ शब्द से कौनसा विशेषण बनता है?
(अ) मुझे (ब) मेरा ✔️
(स) मुझमें (द) मुझसे
70. ’’उस घर में कौन रहता है?’’ वाक्य में ’उस’ कौनसा विशेषण है?
(अ) गुणवाचक (ब) संख्यावाचक
(स) परिमाणवाचक (द) सार्वनामिक विशेषण ✔️
Visheshan Examples
71. ’शिक्षा’ शब्द से बना विशेषण क्या है?
(अ) शिक्षक (ब) शिक्षित ✔️
(स) शिक्षिका (द) शिक्षालय
72. निम्न में से गुणवाचक विशेषण कौनसा नहीं है?
(अ) युवा (ब) पचास ✔️
(स) लम्बा (द) काला
73. ’विज्ञान’ शब्द का बना विशेषण क्या है?
(अ) वैज्ञानिक ✔️ (ब) विज्ञानी
(स) विज्ञानशाला (द) विज्ञानीय
74. निम्न में से कालबोधक विशेषण कौन सा है?
(अ) भला (ब) बुरा
(स) पुराना ✔️ (द) गीला
75. ’’वे पुस्तकें तुम्हारी हैं और ये मेरी।’’ इस वाक्य में विशेषण क्या है?
(अ) वे (ब) तुम्हारी
(स) मेरी (द) ये तीनों ✔️
76. किस वाक्य में ’अच्छा’ शब्द का प्रयोग विशेषण के रूप में हुआ है?
(अ) अच्छा, तुम घर आओ।
(ब) अच्छा है, वह अभी घर आ जाए।
(स) तुमने अच्छा किया जो आ गए।
(द) यह स्थान बहुत अच्छा है। ✔️
77. ’मुझे’ हरा रंग पसन्द है? वाक्य में कौनसा विशेषण है?
(अ) गुणवाचक ✔️ (ब) संख्यावाचक
(स) परिमाणवाचक (द) गुणवाचक
78. ’पशु’ शब्द का विशेषण क्या है?
(अ) पशुता (ब) पशुपति
(स) पशुत्व (द) पाशविक ✔️
79. ’बुरा लङका’ शब्दों में कौनसा विशेषण है?
(अ) गुणवाचक ✔️ (ब) संख्यावाचक
(स) परिमाणवाचक (द) सार्वनामिक
80. ’’लक्ष्मण एक कुशल कार्यकर्ता है’’ वाक्य में विशेषण क्या है?
(अ) कार्यकर्ता (ब) कुशल ✔️
(स) लक्ष्मण (द) एक
81. ’अर्थ’ शब्द से बना विशेषण क्या है?
(अ) अनर्थ (ब) आर्थिक ✔️
(स) अर्थशास्त्र (द) अर्थवत्ता
82. ’’यही लङका गवैया है, वाक्य में यही कौनसा विशेषण है?
(अ) सार्वनामिक विशेषण ✔️
(ब) संख्यावाचक विशेषण
(स) गुणवाचक विशेषण
(द) परिमाणवाचक विशेषण
निष्कर्ष – Conclusion
दोस्तो आज की पोस्ट में हमने विशेषण (Visheshan) के बारे में विस्तार से पढ़ा ,हम आशा करते है कि इस टॉपिक में आपको सभी पॉइंट्स समझ में आ गए होंगे । फिर भी इस टॉपिक में कोई समस्या हो तो नीचे कमेंट में जरुर लिखें ।
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🔹रस के भेद 🔷हिंदी साहित्य पीडीऍफ़
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